Ayodhya News: अयोध्या के कोतवाली नगर क्षेत्र में एक बुजुर्ग महिला की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई हैं. उनके बड़े पुत्र ने चार पन्ने का एक पत्र वायरल कर हत्या की बात कबूली हैं. वहीं घर वाले महिला की मौत स्वाभाविक मान रहे हैं. पुलिस भी स्वाभाविक मौत मानकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. फिलहाल पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई करेगी.


अयोध्या शहर के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता रंगकर्मी और कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस और अन्ना आंदोलन में सक्रिय रहे गोपाल कृष्ण वर्मा ने 1 मार्च की सुबह कोतवाली नगर अयोध्या में पहुंचकर यह जानकारी दी है कि उन्होंने अपनी वृद्ध बीमार मां की हत्या कर दी है. इसके बाद वह आत्मसमर्पण करने के लिए कोतवाली आ गया. गोपाल कृष्ण वर्मा ने चार पन्ने का एक नोट भी लिखा है जिसमें उन्होंने इस बात का जिक्र किया है कि अत्यधिक कर्ज में डूब जाने के कारण वह मानसिक अवसाद में थे.  


बेटे ने मां की हत्या की बात पत्र में कबूली
अयोध्या में एक बुजुर्ग महिला की मौत होने पर उसके बड़े बेटे ने चार पन्ने का पत्र वायरल कर हत्या की बात कबूली हैं. वहीं नोट में इस बात का जिक्र है कि अत्यधिक कर्ज में डूब जाने के कारण मैं मानसिक अवसाद में था. उनका यह दर्द उनकी मां से देखा नहीं जा रहा था. जिसके कारण उन्होंने अपनी 85 वर्षीय बीमार मां को दर्द से मुक्ति दिलाने के लिए ऐसा कदम उठाया है. इस कृत्य के लिए वह स्वयं जिम्मेदार हैं और इसमें किसी का कोई दोष नहीं है. वहीं घर वालों का कहना है कि मृतका काफी दिनों से बीमार थी और उनकी मृत्यु स्वाभाविक हैं.


एसपी ने कहा हमारे पास कोई सूचना नहीं
एसपी सिटी मधुबन सिंह का कहना है कि उन्हें कोई पत्र नहीं मिला है और ना ही गोपाल कृष्ण वर्मा उनकी कस्टडी में है. इस पूरी घटना पर गोपाल कृष्ण वर्मा के भाई अनुराग वर्मा का अलग बयान है उनका कहना है कि उनके भाई काफी दिन से मानसिक रूप से बीमार चल रहे थे. उनकी माता की मृत्यु स्वाभाविक है वह 85 वर्ष की थी और काफी बीमार थी. काफी समय से बेड पर थी. हत्या किए जाने जैसी कोई बात नहीं है मानसिक अवसाद में होने के कारण उन्होंने इस तरह का पत्र उच्च अधिकारियों को और कोतवाली में दिया है. मेरे भाई की मानसिक हालत काफी समय से ठीक नहीं थी मेरे भाई ने जिस समय इस घटना के होने की बात कही है उस समय मेरे एक और बड़े भाई बालकिशन वर्मा इस कमरे में मौजूद थे.


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