Nainital News: उत्तराखंड स्थित नैनीताल में बुधवार को उस समय हालात तनावपूर्ण हो गए जब एक 12 साल की बच्ची के साथ यौनशोषण घटना के बाद भीड़ सड़कों पर उतर आई. आक्रोशित लोग बड़ी संख्या में एकत्र होकर प्रदर्शन करने लगे. देखते ही देखते स्थिति उग्र हो गई और भीड़ ने दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी, जिससे कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने लगी.

मौके पर स्थिति को नियंत्रित करने पहुंचे पुलिस अधिकारी भी इस बेकाबू भीड़ की चपेट में आ गए. उत्तराखंड पुलिस के वरिष्ठ सब इंस्पेक्टर मोहम्मद आसिफ खान, जो ड्यूटी पर तैनात थे, प्रदर्शनकारियों की उग्रता का शिकार हो गए. इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह उन्मादी भीड़ ने उन्हें घेर लिया, उनके साथ धक्का-मुक्की की और वर्दी का कॉलर पकड़ कर खींचने की कोशिश की.

वीडियो में यह भी देखा गया कि प्रदर्शनकारी जबरन उनका नाम पूछते हुए अभद्रता कर रहे थे. जैसे ही भीड़ को उनकी पहचान का पता चला, कुछ लोगों ने धार्मिक आधार पर उन पर निशाना साधा और उन्हें कोतवाली के अंदर तक घसीट ले गए. कोतवाली परिसर में भी हंगामा होता रहा और एक व्यक्ति खुद को अधिवक्ता बताकर और अधिक उत्तेजना फैलाने की कोशिश करता दिखा.

इस दौरान पुलिस के अन्य कर्मियों ने बड़ी मुश्किल से स्थिति संभाली और सब इंस्पेक्टर आसिफ को पीछे के रास्ते से सुरक्षित बाहर निकाला गया. इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिसकर्मी का संयम और पेशेवर रवैया साफ नजर आता है.

उत्तराखंड के डीजीपी दीपम सेठ ने इस घटना पर एबीपी लाइव से बात करते हुए कहा कि इस मामले में आई जी कुमाऊ और एसएसपी नैनीताल संज्ञान ले रहे हैं.

एसएसपी नैनीताल ने भी पुष्टि की है कि वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही कार्रवाई होगी.

सब इंस्पेक्टर मोहम्मद आसिफ इस घटना से खासे सदमे में है उनसे एबीपी लाइव ने बात की उन्होंने इस मामले पर अधिक बोलने से इनकार कर दिया उन्होंने इतना कहा कि मुझे अपने विभाग और सरकार पर पूरा भरोसा है वो सही निर्णय लेंगे.