Atiq Ahmed Murder Case: पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ अहमद (Ashraf Ahmed) की हत्या के दो महीने पूरे हो गए हैं. हालांकि इस हत्याकांड के दो महीने बाद भी हत्या का मोटिव यानी मकसद पुख्ता तौर पर साफ नहीं हुआ है. करीब दो महीने बाद भी हत्याकांड का मोटिव साफ नहीं होने के बाद जांच को लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं.


15 अप्रैल की रात प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल में पुलिस कस्टडी में अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या कर दी गई थी. इनकी हत्या गोली मारकर की गई थी, हालांकि घटना स्थल पर ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. इस घटना को अंजाम देने वाले तीनों शूटर लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह पुलिस जेल में बंद हैं. लेकिन अब इस हत्याकांड के दो महीने पूरे होने के बाद भी हत्या के पीछे के मकसद का खुलासा नहीं हो पाया है. 


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SIT दाखिल कर सकती है चार्जशीट
इस हत्याकांड पर सूत्रों का दावा था कि अपराध की दुनिया में नाम कमाने के लिए उन्होंने यह वारदात की थी. हालांकि शूटर्स के इस दावे पर किसी को भी यकीन नहीं हो रहा है. जबकि सूत्रों की मानें तो इस मामले की जांच कर रही एसआईटी जल्द ही चार्जशीट दाखिल कर सकती है. पांच सदस्यीय न्यायिक आयोग भी माफिया ब्रदर्स की हत्या की जांच कर रही है. 


गौरतलब है कि अतीक अहमद को साबरमती जेल और अशरफ अहमद को बरेली जेल से प्रयागराज लाया गया था. जहां उन दोनों से उमेश पाल हत्याकांड में पूछताछ हो रही थी. पूछताछ के दौरान ही पुलिस उन्हें रिमांड पर लेने के लिए मेडिकल जांच कराने अस्पताल ले गई थी, वहीं पर उन दोनों की हत्या कर दी गई. बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद की पत्नी शाइता परवीन फरार चल रही है.