Umesh Pal Murder News: राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल (Umesh Pal) ने अंतिम सांस तक दोस्ती का हक अदा किया. वह बिना डरे राजू पाल हत्या (Rajupal Murder) से जुड़े मामलों में पैरवी करते रहे. बताया जाता है कि राजू पाल हत्या से जुड़े एक मामले में कोर्ट में पैरवी के बाद घर लौटे थे, तभी उनकी बदमाशों ने हत्या कर दी.
बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड से जुड़े कई गवाह राज्य में सत्ता बदलने के साथ बैकफुट पर आ गए थे, लेकिन उमेश पाल बिना डरे अपने स्टैंड पर अडिग रहा. 2005 से लेकर 2023 तक उमेश पाल अकेले ही आरोपी बाहुबली अतीक अहमद से मोर्चा लेता रहा. यानी उमेश ने मरते वक्त तक राजू पाल से अपनी दोस्ती निभाई. 18 साल बाद 24 फरवरी 2023 को एक बार फिर राजू पाल की तरह उमेश पाल की भी सरेआम गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई. हत्या की इस वारदात को उस वक्त अंजाम दिया गया, जब वह कोर्ट से पैरवी कर लौट रहे थे.
राजू के कातिलों को सजा दिलाने पर अड़े थे उमेश
दरअसल, उमेश की राजू पाल के साथ संबंध उन दिनों से थे, जब राजू न तो विधायक थे और न ही राजनीतिक जीवन में आए थे. राजू पाल के साथ उमेश पाल के घरेलू संबंध थे. दोनों का एक दूसरे घर आना-जाना था. लिहाजा, राजू पाल से उमेश का गहरा संबंध था. वह अपने दोस्त के कातिलों को सजा दिलाने की ठान रखी थी. वह अपने मिलने वालों से अक्सर कहा करते थे कि राजू मेरे बचपन का दोस्त था. उनकी हत्या को कभी भुला नहीं पाऊंगा, उनके कातिलों को सजा दिला कर ही रहूंगा.
उमेश की पहल पर ही हुई सीबीआई जींच
उमेश ने राजू पाल की पत्नी पूजा पाल के साथ मिलकर इस मामले में हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पैरवी की. उनकी पैरवी की वजह से ही मामले की सीबीआई जांच हुई थी. जब सीबीआई ने चार्जशीट दाखिल कर दी तो मामले की जल्द सुनवाई के लिए उमेश हाई कोर्ट में पैरवी करने लगे. उनकी पैरवी के नतीजे में हाईकोर्ट ने राजू पाल हत्याकांड में ट्रायल दो महीने में पूर्ण करने का आदेश दिया था.
गौरतलब है कि प्रयागराज में बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार को गोली माकर हत्या कर दी गई. इस हत्याकांड से संबंधित एक सीसीटीवी फूटेज जो सामने आया है. उसमें हत्या की पूरी वारदात कैद है. इस में वीडियो में देखा जा सकता है कि 4 बजकर 56 मिनट 28 सेकेंड पर मदमाशों ने पहले गोली दागी और 4 बजकर 57 मिनट और 15 सेकेंड पर बदमाश वारदात को अंजाम दे चुके थे. यानी बदमाशों ने इस वारदात में मात्र 47 सेकेंड में अंजाम दिया.