Lok Sabha Elections 2024: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले देश की सभी बड़ी विपक्षी पार्टियों ने एनडीए गठबंधन को हराने के लिए इंडिया गठबंधन बनाया. उत्तर प्रदेश की बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने इस गठबंधन में शामिल होने से इंकार कर दिया है. वहीं हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में अपने दम लड़ने के बाद उन्होंने यह साफ संदेश दे दिया है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में अकेले ही मैदान में उतरेंगी.


दरअसल पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे आ गए हैं. जिसमें तीन राज्यों में बीजेपी को बड़ी जीत मिली है. दूसरी ओर मायावती ने यह साबित किया है कि उन्हें अकेले रहने से भले ही कोई फायदा नहीं होगा, लेकिन वह दूसरों को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती हैं. ऐसे में मायावती ने साफतौर पर संदेश दे दिया है कि वह इंडिया गठबंधन के साथ जाने के बजाए अकेले ही चुनाव लड़ना पसंद करेंगी.


मायावती ने किया बड़ा खेल


दरअसल लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान में कांग्रेस को मिली हार का मुख्य कारण मायावती को समझा जा रहा है. मायावती ने कांग्रेस की हार में बड़ा रोल निभाते हुए चुनावी आंकड़ों में बड़ा खेल कर दिया, जिसके कारण राजस्थान में भले ही कांग्रेस ने पिछली बार की तुलना में इस बार वोट प्रतिशत में बढ़ोतjr की, लेकिन वह बीजेपी के आगे पस्त हो गई.


वोट शेयर में निभाया बड़ा रोल


एक रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में इस बार कांग्रेस को साल 2018 की तुलना में 0.23 प्रतिशत ज़्यादा वोट मिला, लेकिन उसे 30 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा. वहीं दूसरी ओर बीजेपी के वोट परसेंटेज में 2.92 फीसदी का जबरदस्त सुधार देखा गया और उसे 42 सीटों का फायदा पहुंच गया. बीजेपी और कांग्रेस के बीच 2.16 प्रतिशत के वोट शेयर का अंतर रहा. 


इस बीच बसपा और हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने कांग्रेस को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है. इस चुनाव में बसपा को 1.82 प्रतिशत और हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को 2.39 प्रतिशत वोट मिल हैं. जिसे अगर जोड़ा जाए तो यह 4.21 प्रतिशत होता है. ऐसे में बीजेपी से 2.16 प्रतिशत कम लाने वाली कांग्रेस को बसपा और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के वोट शेयर ने काफी नुकसान पहुंचाया है.


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