Arvind Rajbhar News: उत्तर प्रदेश के संभल में होली और जुमा विवाद के बाद अब नेजा मेला को लेकर घमासान तेज होता दिख रहा है. जिला प्रशासन ने जिले में लगने वाले नेजा मेला का अनुमति देने से इनकार कर दिया है, जिसका एनडीए की सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने भी समर्थन किया है. सुभासपा के महासचिव और ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर ने भी इस रीति को बदलने की मांग की और उसकी जगह महाराजा सुहेलदेव के नाम पर मेला लगाने की मांग की.
अरविंद राजभर ने कहा कि आक्रांता गाजी की जगह महाराजा सुहेलदेव के नाम पर मेला लगना चाहिए ताकि हम अपने देश की विरासत को बचाने में योगदान को याद कर सकें. सुभासपा नेता ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि 'सोमनाथ मंदिर के लुटेरे,हत्यारे की याद में नहीं लगेगा संभल में नेजा मेला. सालों से चली आ रही कुरीति को बदलने की जरूरत है. सुभासपा को सरकार और शासन का निर्णय मान्य होगा.'
महाराजा सुहेलदेव के नाम पर मेला लगाने की मांगउन्होंने कहा कि 'यह सत्य है कि 10 जून 1034 को महाराजा सुहेलदेव राजभर के नेतृत्व में विदेशी आक्रांता को उसकी समस्त सेना के साथ नस्तेनाबूद कर दिया था. मेला तो असल में महाराजा सुहेलदेव राजभर जी के नाम से लगाना चाहिए ताकि लोग अपने देश अपने सनातन परंपरा और देश की रक्षा सुरक्षा और देश की संस्कृति और सभ्यता पर अतिविश्वास बनाये रखें और अपने विरासत को बचाने में अपना योगदान दें ताकि देश को एक नई पहचान सदैव मिलती रहे.
दरअसल संभल में हर साल नेजा का मेला लगता है. हाल ही में इस सिलसिले में नेजा कमेटी ने एएसपी श्रीशचंद्र से मेला की इजाजत मांगी थी. सँभल कोतवाली में इस संबंध में बैठक हुई, जिसमें एएसपी ने साफ कहा कि मसूद गाजी ने भारत पर आक्रमण कर यहां का खजाना लूटा था और इस देश को कंगाल करने की कोशिश की थी. उन्होंने कहा कि अगर समाज में कोई कुरीति चली आ रही है तो उसे बदलना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि सोमनाथ मंदिर को लूटने वाले के नाम पर मेला लगाने के बारे में कमेटी सोच भी कैसे सकती है.
एएसपी ने ये कहते हुए नेजा कमेटी को मेला लगाने की इजाज़त देने से इनकार कर दिया कि बेकसूर लोगों का ख़ून बहाने वाले आक्रांताओं के नाम पर मेले के आयोजन को अनुमति नहीं दी जाएंगी.
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