उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे ठंड बढ़ रही हैं हवा में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता जा रहा हैं. यूपी के कई जिलों में इन जिनों हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई हैं तो वहीं नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और हापुड़ जिलों में हालात बेहद गंभीर हो गए हैं. सुबह से ही कोहरे के साथ धुंध की घनी परत से विजिबिलिटी भी कम हो गई हैं.
यूपी में अब ठंड ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया है जिसके साथ हवा भी बिगड़ती जा रही हैं. बुधवार 19 सितंबर को कई इलाकों में हवा में प्रदूषण का स्तर 450-500 के पार चला गया है. जो गंभीर श्रेणी में आता हैं. ये हवा अब सांस लेने के लायक नहीं है. मौसम विभाग ने अगले एक हफ्ते में सुबह और शाम के समय कोहरा पड़ने की चेतावनी दी हैं.
आने वाले दिनों में और बढ़ेगा खतरा
कोहरा के अलर्ट को देखते हुए आने वाले दिनों में प्रदूषित हवा और भी ज्यादा परेशान कर सकती हैं.सर्दी और हवा की गति कम होने की वजह से जहरीली हवा से आने वाले दिनों में भी राहत मिलते नहीं दिख रही हैं. हेल्थ एक्सपर्ट ने लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी है.
नोएडा-गाजियाबाद में 450-500 के बीच AQI
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक ग्रेटर नोएडा का नॉलेज पार्क-5 प्रदेश के सबसे प्रदूषित इलाका रहा. यहां बुधवार सुबह हवा में प्रदूषण का स्तर 473 तक पहुँच गया. ऐसा ही हाल नोएडा के दूसरे सेक्टर में देखने को मिला. आज सुबह नोएडा सेक्टर-116 में वायु गुणवत्ता सूचकांक 443 रहा, वहीं सेक्टर-125 में 436, नोएडा सेक्टर-1 में एक्यूआई 414 दर्ज किया गया.
गाजियाबाद के हालात भी नहीं सुधर पा रहे हैं, यहां भी हवा में प्रदूषण 400 के पार बना हुआ हैं. यहां के लोनी इलाके में आज एक्यूआई 450, संजय नगर में 449, वसुंधरा में 420, इंदिरापुरम में 416 रिकॉर्ड किया है. यूपी के दूसरे जनपदों में भी हवा ख़राब है, मेरठ के पल्लवपुरम में एक्यूआई 379, हापुड़ में 389, बागपत में 349, बुलंदशहर में 340 एक्यूआई दर्ज किया गया.
प्रदूषण के आगे सरकार की तमाम कोशिशें भी पस्त नजर आ रही हैं. डॉक्टरों ने ऐसे समय में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी हैं. जिन लोगों को सांस की समस्या है उन्हें घर में भी मास्क पहनना चाहिए. जानकारों का कहना है कि बारिश के बाद ही लोगों को प्रदूषण से राहत मिल सकती हैं. लेकिन फ़िलहाल ऐसा होता नहीं दिख रहा हैं.