उत्तर प्रदेश में सर्दी के साथ लगातार हवा ख़राब बनी हुई हैं. कोहरे की वजह से इसमें और इजाफा देखने को मिला है. बीते कई दिनों से दिल्ली से सटे जिलों में प्रदूषण का स्तर 500 के पार तक चला गया और बेहद ख़तरनाक स्थिति मानी जाती है. लेकिन, बुधवार को इसमें थोड़ी राहत मिली है. हालांकि हवा अब भी खराब से बेहद ख़राब की श्रेणी में बनी हुई है. 

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दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर है. इन जिलों में प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि सांस लेना भी मुश्किल हो गया है. बुधवार को इसमें मामूली कमी देखी गई है. जो हवा बीते कई दिनों से गंभीर श्रेणी में बनी हुई थी आज यहां एक्यूआई 350 से नीचे दर्ज किया गया. हालांकि ये भी बेहद ख़राब श्रेणी की हवा है. 

नोएडा-गाजियाबाद में आज भी हवा बेहद खराब

नोएडा सेक्टर-125 में आज सुबह 6 बजे सबसे ज्यादा एक्यूआई रहा. यहां हवा में प्रदूषण का स्तर 329 दर्ज किया गया, वहीं नोएडा सेक्टर-116 में एक्यूआई 300 रहा. गाजियाबाद के लोनी इलाके में एक्यूआई 327, संजय नगर में 290, इंदिरापुरम में 257 एक्यूआई रहा. जबकि ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क फ़ाइव में एक्यूआई 307 दर्ज किया गया. 

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एनसीआर के अलावा यूपी के दूसरे शहरों में भी हवा काफी खराब हैं. लेकिन यहां प्रदूषण का स्तर 300 से कम है. राजधानी लखनऊ के लालबाग इलाके में हवा में प्रदूषण का स्तर 239 रहा. वहीं हापुड़ में 233, मेरठ के पल्लवपुरम में 295 और मुजफ्फरनगर में 259 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया है. 

लोगों को सांस लेने में हो रही परेशानी

बता दें 200 से ज्यादा एक्यूआई वाली हवा भी स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं मानी जाती है और ख़राब श्रेणी में आती है. प्रदूषण की वजह से इन इलाकों में अब लोगों को कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों साँस लेने में दिक़्क़त हो रही हैं तो कई लोगों के फेफड़ों में समस्या और आंखों में जलन की परेशानी होने लगी है. 

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