Firozabad News Today: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत देशभर के विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्र-छात्राओं का एक यूनिक आईडी कोड (APAAR) जनरेट किया जा रहा है. अपार आईडी जेनरेट करने के लिए विद्यालय छात्र के आधार कार्ड और उसका शैक्षिक रिकार्ड दर्ज कर रहे हैं.

इसके उलट फिरोजाबाद जनपद के निजी शिक्षण संस्थान अपार आईडी अभियान के प्रति उदासीनता दिखा रहे हैं, जिसके बाद इसको लेकर फिरोजाबाद के बेसिक शिक्षा विभाग ने निजी शिक्षण संस्थानों को चेतावनी जारी की है.

फिरोजाबाद बेसिक शिक्षा अधिकारी आशीष कुमार पांडे के मुताबिक, फिरोजाबाद जनपद में 1827 परिषदीय विद्यालय हैं. इन विद्यालय में 1 लाख 38 हजार छात्र छात्राएं शिक्षारत हैं. परिषदीय विद्यालयों के 90 से 92 फीसदी छात्र-छात्राओं की अपार आईडी बना दी गई है, बाकी बचे 8 फीसदी छात्र-छात्राओं की अपार आईडी बनाने का काम जारी है. 

'शिक्षण संस्थान बरत रहे लापरवाही'बेसिक शिक्षा अधिकारी के मुताबिक, फिरोजाबाद जनपद में लगभग 1700 से अधिक निजी शिक्षण संस्थान संचालित होते हैं. इन शिक्षण संस्थानों में लगभग 2 लाख 70 हजार छात्र- छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. निजी शिक्षण संस्थानों में छात्र-छात्राओं की अपार आईडी को लेकर उदासीनता दिखाई दे रही है.

फिरोजाबाद बेसिक शिक्षा अधिकारी आशीष कुमार पांडे ने बताया कि जनपद के निजी विद्यालयों में महज 30 फीसदी छात्र-छात्राओं की अपार आईडी ही जनरेट की गई है. उन्होंने कहा कि जनपद में अपार आईडी बनाने की गति बहुत प्रभावित है, जिसकी वजह से एजुकेशन बोर्ड को छात्रों का डाटा उपलब्ध कराने में परेशानियां आ रही हैं.

बड़ी कार्रवाई की चेतावनीबेसिक शिक्षा अधिकारी ने अपार आईडी बनाने में उदासीनता बरत रहे निजी शिक्षण संस्थानों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. इसके साथ ही अपार आईडी का कार्य समय से पूरा करने के निर्देश दिए हैं. शिक्षा विभाग की तरफ से कहा गया है कि अगर कोई भी निजी शिक्षण संस्थान इसको लेकर लापरवाही दिखाएगा, तो उसके विरुद्ध जनपद या मान्यता समिति के समक्ष कार्रवाई करने के साथ-साथ मान्यता समाप्त करने की भी सिफारिश की जाएगी.

(फिरोजाबाद से रंजीत गुप्ता की रिपोर्ट)

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