UP Politics: एनडीए की सहयोगी अपना दल (S) की अध्यक्ष और केंद्र सरकार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने देश में जातीय जनगणना कराए जाने के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लंबे समय से इसकी मांग कर रही थी. जातीय जनगणना की मांग पूरी होने के बाद अब उन्होंने मोदी सरकार के सामने एक नई मांग रख दी है. अनुप्रिया पटेल ओबीसी मंत्रालय का मुद्दा उठाया और कहा कि हमारी पार्टी ने कई बार इसे लेकर आवाज बुलंद की है. उम्मीद है कि जल्द ही उनकी इस मांग को भी मान लिया जाएगा.
अपना दल सोनेलाल ने शुक्रवार को पार्टी संगठन की समीक्षा बैठक की. लखनऊ में हुई इस बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने केंद्र सरकार के जातीय जनगणना के फैसले का स्वागत किया और विरोधियों पर जोरदार हमला किया. उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों में इसका श्रेय लेने की होड़ मच गई है. लेकिन जब खुद समाजवादी पार्टी, केंद्र में कांग्रेस की सरकार के साथ थी तब जातीय जनगणना नहीं कराई गई. जातीय जनगणना के बाद सरकार की नीतियों को और ज्यादा प्रभावी ढंग से बनाया जा सकेगा.
मोदी सरकार के सामने रखा ये मुद्दाकेंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार हमारी एक-एक मांग को मान रही है. हमें पूरा भरोसा है कि आगे ओबीसी मंत्रालय का भी गठन किया जाएगा. हमारी लड़ाई तब तक अधूरी रहेगी जब तक ओबीसी मंत्रालय की स्थापना नहीं होगी. पार्टी की ओर से इस मुद्दे को उठाया जाता रहेगा और जब तक सरकार इस पर कोई फैसला नहीं लेगी. इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से पार्टी को और मजबूत करने का आह्वान किया और कहा कि वो गांव-गांव जाकर लोगों को जातीय जनगणना के लाभ बताएं.
अनुप्रिया पटेल ने कार्यकर्ताओं से कहा कि लोगों को बताया जाए कि किस तरह से कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों ने अब तक सिर्फ वोट की राजनीति की है. उन्होंने कभी एससी और पिछडो़ं के सम्मान के लिए ठोस कदम नहीं उठाया.