चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया बीआर गवई के लिए कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने विवादित टिप्पणी की है. अनिरुद्धाचार्य की यह टिप्पणी CJI द्वारा खजुराहो मामले में किए गए फैसले पर आई. हालांकि सीजेआई ने पहले ही साफ कर दिया था कि उनके बयान को गलत तरीके से लिया गया है. जबकि उन्होंने याचिकाकर्ता से कहा था कि हमें क्षमा कीजिए.
कथावाचक के यूट्यूब चैनल पर अपलोड वीडियो में अनिरुद्धाचार्य कह रहे हैं- अभी हमारे भारत में एक मंदिर का केस लेकर के एक जज के पास एक व्यक्ति गया. कहा भाई मुगलों ने हमारे इस मंदिर को तोड़ दिया है. यह विष्णु भगवान का मंदिर था और भगवान विष्णु की गर्दन तोड़ दी गई है. तो याचिकाकर्ता ने कहा कि जज साहब यहां हमारा मंदिर बनाना चाहिए. क्योंकि मंदिर के अवशेष हैं. केवल सिर काटा गया है. बाकी प्रमाण है कि यह मंदिर है. मंदिर भी बना है. कुछ जीर्ण है. तो आप यहां मूर्ति प्रतिष्ठा करने की इजाजत दो कि विष्णु भगवान का मंदिर है तो विष्णु भगवान ही यहां पर बैठेंगे. प्रतिष्ठित होंगे. तो एक जज ने कहा कि हम क्यों निर्णय दें?
अनिरुद्धाचार्य ने और क्या कहा?
एक कथा के दौरान अनिरुद्धाचार्य ने भारत के प्रधान न्यायाधीश के संदर्भ में बिना नाम लिए कहा- जज साहब से जरा इस सवाल करना है. कहीं मिले तो पूछना कि सब काम भगवान ही करेंगे तो काहे कुर्सी तोड़ रहे हो? अनिरुद्धाचार्य ने आगे कहा जज बनाया गया है. इसलिए ना कि न्याय करो. न्याय करना चाहिए. अब आप हिंदू सनातन संस्कृति का अपमान करते हो. बोले तुम्हारे भगवान में शक्ति है तो खुद बना ले मंदिर.
अनिरुद्धाचार्य ने सीजेआई के लिए इतने पर ही नहीं रुके. उन्होंने कहा कि वो तो सब कर सकते हैं. वो (भगवान) तो प्रकट होकर रावण को भी मार सकते हैं. हिरण्यकश्यप की छाती भी फाड़ सकते हैं. अब तुम्हें अपनी छाती फड़वानी है तो बताओ नरसिंह भगवान से क्योंकि तुम जैसे अधर्मियों को मारने के लिए भगवान आते हैं.
कथावाचक ने कहा कि भगवान को लग रहा है कि अभी भाई तुम लोग बैठे हो कुर्सी पर तुम लोग ही करो हमें ना आना पड़े इसलिए भगवान आ नहीं रहे हैं. वरना भगवान तो अपने लिए हिरण्याक्ष को मारने आ गए. हिरण्याक्ष तो कितना बड़ा पावरफुल था.
अनिरुद्धाचार्य ने कहा कि अगर सब भगवान करेंगे तो छोड़ो अपनी कुर्सी. भारत में रह के किसी मुसलमान के खिलाफ क्या कोई भी जज ऐसी बयानबाजी बोल सकता था? क्या मस्जिद के खिलाफ या अल्लाह के खिलाफ बोल सकता था? केवल हिंदू सनातन संस्कृति सोची इतना बड़ा जज भगवान विष्णु पर उंगलियां खड़ी कर रहा है। क्यों? क्योंकि हिंदू लोग अपने देवताओं का अपने भगवान का अपमान सह लेते हैं। बोलते भी नहीं है। आप बहुत सहनशील हैं। इसलिए मंदिर तोड़ दिए गए।