नई दिल्ली, एबीपी गंगा। करीब एक महीने से भी ज्यादा वक्त तक चले 17वीं लोकसभा चुनाव के नतीजे भाजपा के लिए सुखदायी रहे तो कांग्रेस को सिवा दुख के कुछ नहीं मिला। भाजपा ने जहां अपना पुराना रिकॉर्ड़ तोड़ते हुए सीटों का तिहरा शतक जमाया तो वहीं, कांग्रेस पिछले बार के मुकाबले 44 से मात्र आठ सीटें ही ज्यादा जीत पाई। इस बार कुल 437 सीटों पर लड़ी भाजपा का ये अब तक का शानदार प्रदर्शन है। 437 सीटों में से भाजपा ने 303 सीटें अपने नाम की जबकि 134 पर उसे हार का सामना करना पड़ा। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 282 सीटें जीती थीं। इस बार भाजपा ने अपनी जीती हुई सीटों में से 11 सीटें सहयोगी दलों को दे दी। इस तरह से भाजपा ने जीती हुई 271 में से 247 पर जीत का स्वाद चखा, जबकि उसे 24 सीटें गंवानी पड़ी। इन 24 में से कांग्रेस को 8, सपा-बसपा गठबंधन को 13 और अन्य दलों के खाते में 3 सीटें आई। हालांकि, इस बार भाजपा ने 56 नई सीटों पर अपना कब्जा जमाया।
कांग्रेस को हासिल हुई 33 नई सीटें कांग्रेस ने पिछली बार जीती अपनी 44 सीटों में से इस बार दो सहयोगी दलों को दे दी। 42 में से कांग्रेस को 23 पर हार का सामना करना पड़ा, हालांकि उसके खाते में 33 नई सीटें जुड़ी। इस तरह कांग्रेस ने कुल 52 सीटों पर जीत हासिल की।
इन तीन राज्यों में भाजपा के खाते में आई नई सीटें भाजपा को अप्रत्याशित नतीजें पश्चिम बंगाल से मिले। पार्टी ने 2014 के चुनाव में दो सीटें जीती थी। इस बार इनमें 16 सीटों का और इजाफा हो गया और भाजपा की सीटें बढ़कर 18 हो गई। वहीं भाजपा के खाते में कर्नाटक से 8 और ओडिशा से 7 नई सीटें जुड़ी।
दक्षिण भारत के इन दो राज्यों में कांग्रेस ने जोड़ी ज्यादा नई सीटें कांग्रेस के लिए बाकी राज्यों के परिणाम चाहे कैसे भी रहे हो, लेकिन उसने दक्षिणी राज्य तमिलनाडु और केरल से सबसे ज्यादा नई सीटें जोड़ी। कांग्रेस ने इन दोनों राज्यों में 8-8 नई सीटें जोड़ी।
यूपी में महागठबंधन ने 13 नई सीटें भाजपा से छिनी यूपी में सपा-बसपा और रालोद का महागठबंधन कोई खास कमाल नहीं कर पाया। हालांकि, महागठबंधन 13 नई सीटें भाजपा से छीनने में कामयाब रहा। महागठबंधन को इस बार के चुनाव में 15 सीटें मिली। इनमें से सपा ने अपनी पुरानी पांच में से दो सीटों पर जीत बरकरार रखी और तीन नई सीटें अपने नाम की। वहीं, बीते चुनाव में शुन्य पर रही बसपा ने इस बार 10 पर अपना कब्जा जमाया। वहीं, भाजपा ने पिछले बार 71 सीटों के मुकाबले इस बार 13 सीटें गंवा दी।