ऐसा समय आ गया है कि मेहनत करने वालों को अपनी मजदूरी मांगना भी गुनाह हो गया है. ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के फुरसतगंज थाना क्षेत्र से प्रकाश में आया है. जहां पर चक देहरामऊ मजरे केसरिया सलेमपुर गांव में एक दलित मजदूर ने दिन भर किए गए अपने मेहनत की मजदूरी क्या मांग ली, दबंग युवक ने मजदूरी के बजाय उसे मौत दे दी. जी हां, दबंग युवक शुभम सिंह ने उस दलित मजदूर की इस कदर बेरहमी से पिटाई की कि अमेठी, रायबरेली और लखनऊ के डॉक्टरों ने जवाब दे दिया और 1 नवंबर को उसकी मौत हो गई. 

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इलाज के लिए परिजन उसे कई अस्पतालों में ले गए, लेकिन कोई भी डॉक्टर उसे बचा नहीं सका. शनिवार सुबह उसकी मौत हो गई. घटना के बाद से मृतक के घर में कोहराम मचा हुआ है. फिलहाल पुलिस ने आरोपित के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है.

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि अमेठी जिले के फुरसतगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत चक देहरामऊ मजरे केसरिया सलेमपुर गांव निवासी हौसिला प्रसाद (45) पुत्र रामपाल मेहनत-मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता था. बीते 26 अक्टूबर को गांव का ही दबंग युवक शुभम सिंह पुत्र जगरूप सिंह निवासी ग्राम बारी मजरे सराय महेशा सुबह करीब चार बजे ट्रैक्टर में मिट्टी भरवाने के लिए हौसिला को अपने साथ ले गया. 

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पूरे दिन मेहनत कराने के बाद जब हौसिला ने शाम को अपनी मजदूरी मांगी तो शुभम सिंह ने पैसे देने से इनकार कर दिया. आरोप है कि शुभम सिंह ने कहा- “चलो तुम्हें दारू पिलाता हूं,” और जब हौसिला पैसे की मांग पर अड़ा रहा तो शुभम सिंह ने उसे लात-घूंसों और डंडों से इस कदर बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया. पिटाई इतनी बेरहमी से की गई कि हौसिला की रीढ़ की हड्डी टूट गई. मौके पर मौजूद दो अन्य लोग उसे रोकने की कोशिश करते रहे, लेकिन शुभम सिंह नहीं माना. पिटाई के बाद गंभीर रूप से घायल मजदूर हौसिला को शुभम ने उसके घर के बाहर फेंककर फरार हो गया.

परिजनों ने बताया कि घायल अवस्था में हौसिला को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फुरसतगंज ले गए, जहां से उन्हें रायबरेली रेफर कर दिया गया. उसके बाद वह मुंशीगंज (अमेठी) और लखनऊ के अस्पतालों में इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने हर जगह जवाब दे दिया. आखिरकार परिवारजन उसे घर लेकर लौट आए, जहां शनिवार सुबह उसकी मौत हो गई.

मृतक पर थी पूरे परिवार की जिम्मेदारी- परिजन

मृतक के भाई अनिल कुमार ने बताया कि हौसिला परिवार का मुखिया था. उसके तीन बेटियां और एक बेटा हैं. मृतक का बड़ा बेटा करन कुमार 21 साल का है, जबकि दूसरे नंबर पर पुत्री माधुरी 18 वर्ष की है. तीसरे नंबर पर पुत्री मधु है, जिसकी उम्र 16 साल है, जबकि सबसे छोटी बेटी दीपिका 14 साल की है. परिवार की पूरी जिम्मेदारी उसी पर थी. अनिल ने आरोप लगाया कि दबंग शुभम सिंह ने बेरहमी से उसके भाई को पीट-पीटकर मार डाला और अब परिवार के सामने जीवनयापन का संकट खड़ा हो गया है. घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पंचायतनामा व पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी.

इस संबंध में पुलिस क्षेत्राधिकारी तिलोई दिनेश कुमार मिश्रा ने बताया कि मृतक के परिजनों की ओर से पहले ही थाने में तहरीर दी गई थी, जिसके आधार पर थाना फुरसतगंज में 30 अक्टूबर को एससी/एसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था. अब हौसिला प्रसाद की मृत्यु होने के बाद धाराओं को तरमीम कर दिया गया है. यही नहीं, आरोपी शुभम सिंह को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और पूछताछ करते हुए नियमानुसार कार्यवाही करने में जुटी हुई है. सीओ ने कहा कि परिजनों को आश्वस्त किया गया है कि न्याय में किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाएगी. पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.

फिलहाल इस घटना से गांव में आक्रोश और शोक दोनों माहौल है. ग्रामीणों का कहना है कि मजदूर तबके के साथ इस तरह की घटनाएं चिंता का विषय हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.