Amethi News: अमेठी में खस्ताहाल में पहुंचा कंबल कारखाना, कभी सैकड़ों लोगों को मिलता था रोजगार
Amethi News: अमेठी में 9 बीघा जमीन पर बना कंबल कारखाना अपनी बदहाली की स्थिति में गुजर रहा है. हालत ये ही कि इस कारखाने में कंबल बनाने की सामग्री तक नहीं है.

Amethi News: अमेठी में स्थानीय लोगों को रोजगार देने के लिए 1988 में जिस कंबल कारखाने का पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी ने निर्माण कराया अब वो बदहाली की स्थिति में चला गया. 2019 में एक बार फिर स्थानीय विधायक के अथक प्रयास के बाद सालों से बंद पड़ा कारखाना शुरू तो हुआ लेकिन उसकी हालत ज्यादा नहीं बदली. जरूरी सामान की आपूर्ति नहीं होने की वजह से ये कारखाना एक बार फिर से बंद होने की कगार पर पहुंच गया है. जिस कंबल कारखाने में कभी सैकड़ों लोग काम करते थे आज वहां सिर्फ प्रभारी समेत 7 कर्मचारी ही रह गए हैं.
राजीव गांधी ने रखी थी कारखाने की आधारशिला
साल 1988 में पूर्व प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी ने अमेठी के दुर्गापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर 9 बीघा जमीन पर एक कंबल कारखाने की आधारशिला रखी थी. कुछ महीनों बाद ही ये कारखाना बनकर भी तैयार हो गया. कुछ सालों तक इस कारखाने में अच्छे से काम भी हुआ लेकिन कुछ सालों बाद अचानक ही यहां पर निर्माण काम बंद हो गया. लोगों की काफी कोशिशों और पत्राचार के बाद स्थानीय विधायक गरिमा सिंह की पहल पर चंद संविदाकर्मियों के साथ एक बार फिर से यहां पर निर्माणकार्य शुरू हो गया. लेकिन अब एक बार फिर से ये बदहाली के स्तर पर पहुंच रहा है.
सामग्री के अभाव में कारखाना बदहाल
ये कंबल कारखाना अब सामग्री के अभाव में बेकार होता जा रहा है. एक बार धागा खत्म हो जाता है तो आने में महीनों का समय लग जाता है. जिससे निर्माण काम में बाधा उत्पन्न होकी है. 9 बीघे की बेशकीमती भूमि पर बना कंबल कारखाना जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के चलते जर्जर होने लगा जो बड़े हादसे को दावत दे रहा है. कंबल कारखाने में तैनात सहायक अनुदेश की माने तो अभी काम चल रहा है लेकिन बीच में धागा खत्म हो जाता है तो धागा आने में महीनों के समय लग जाता है. कंबल बनने के बाद इसे फिनिशिंग के लिए मिर्जापुर भेजा जाता है वहाँ से इसे अस्पतालों जेलों आदि में भेजा जाता है.
ये भी पढें-
UP: बस्ती में अखिलेश यादव ने साधा बीजेपी पर निशाना, ज्ञानवापी को लेकर कही यह बड़ी बात
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL





















