UP News: अंबेडकरनगर जिले (Ambedkar District) के स्वास्थ्य विभाग(Health Department) के अधिकारियों के लिए शासन का आदेश शायद मायने नहीं रखता है. ऐसा इसलिए लग रहा है क्योंकि फर्जी केस दिखाकर 108 और 102 एम्बुलेंस (Ambulance Service) के जरिए हो रहे फर्जीवाड़े की जांच यहां अभी तक शुरू नहीं हो पाई है. 19 और 20 मई को डीजी हेल्थ द्वारा उत्तर प्रदेश के सभी सीएमओ को चिट्ठी भेजकर एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट मांगी गई थी. लेकिन अभी तक अंबेडकर नगर जिले में इस जांच के लिए टीम का गठन तक नहीं किया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर डीजी हेल्थ ने अंबेडकर नगर के सीएमओ को जिले में संचालित 108 और 102 एम्बुलेंस के सत्यापन की रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर भेजने को कहा गया था. बता दें कि मामला तब सामने आया था जब 108 और 102 एम्बुलेंस की सेवा देने वाली कंपनी फर्जीवाड़ा कर अधिक मरीजों को दिखाकर सरकार को प्रतिमाह करोड़ों रुपए का चूना लगा रही थी.
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नकली मरीजों से ऐसे कमाई कर रही थी कंपनी
डीजी हेल्थ द्वारा जारी आदेश में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि एम्बुलेंस से ले जाए जाने वाले मरीजों का सत्यापन करके रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर सरकार को भेजनी है लेकिन 1 सप्ताह बीत जाने के बाद भी अंबेडकरनगर जिले के विभागीय अधिकारी जांच शुरू नहीं कर पाए हैं. वहीं जब इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो उनका कहना है कि सरकार को जांच में ऐसी जानकारी मिली है कि एम्बुलेंस सेवा प्रदाता कंपनी अपना टारगेट पूरा करने के लिए फर्जी और काल्पनिक मरीजों के नाम दिखाकर पीसीआर भर रही थी और बिना काम के ही भुगतान पा रही थी.
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