Waqf Amendment Bill: संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में वक्फ संशोधन विधेयक चर्चा और पारित करने के लिए दो अप्रैल बुधवार को लोकसभा पेश किया गया.  विधेयक के जरिए सरकार मौजूदा वक्फ कानून में बदलाव लाना चाहती है. वक्फ संशोधन विधेयक के लोकसभा में पेश हो जाने के बाद देशभर से इस पर प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है. कई मुस्लिम संगठन इसका विरोध कर रहे हैं तो कई इसके समर्थन में खड़े दिखाई दे रहे हैं.

अलीगढ़ में मुस्लिम धर्मगुरु और समाजसेवी मौलाना इफ्राहिम हुसैन ने सरकार के इस वक्फ संशोधन विधेयक को समर्थन दिया है. उन्होंने कहा है कि इस विधेयक से कानून में बदलाव होगा और माफिया गिरी बंद होगी. गरीब तबके के लोग हैं उनको फायदा पहुंचेगा. इफ्राहिम हुसैन ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक के लिए हम दुआ कर रहे हैं कि सरकार को कामयाबी मिल जाए और हम तो चाहते हैं कि विपक्ष भी उसमें सपोर्ट करें.

उन्होंने कहा कि यह बिल गरीब कमजोर तबके के अधिकार जो लोगों के छिने हैं उनको दिलाने के लिए न्याय दिलाने के लिए लाया जा रहा है. माफिया गिरी का अंत करने के लिए यह बिल लाया जा रहा है. जो भी लोग कमजोर तबके के अधिकार और न्याय दिलाने के लिए कोशिश करते हैं उन्हें अल्लाह की तरफ से कामयाबी मिलती है. जो माफिया होता है एक दिन तो उसका अंत जरूर होता है. उसे कामयाबी नहीं मिलती है.

विरोधी इस वजह से कर रहे वक्फ बिल का विरोधउन्होंने कहा कि, विपक्ष के विरोध की वजह यह है कि उनके नीचे से जो माफिया है उनकी जमीन छिनेंगी. उन्हें अपनी जमीन हिलती हुई दिखाई दे रही है, इसीलिये विरोध कर रहे हैं और वह भ्रम फैला रहे हैं. उन्हें असल में बात समझ में भी नहीं आ रही है क्योंकि हराम माल जब अंदर पहुंच जाता है किसी का भी हक छीन करके खाया जाता है तो उसे अक्ल पहले नंबर पर खत्म होती है. कहा कि, अच्छाई और बुराई और हलाल और हराम की तमीज खत्म हो जाती है तो इन लोगों को यह पता नहीं है की कामयाबी किस रास्ते से मिलेगी. इसलिए अभी उन्हें लालच दिखाई दे रहा है कि अंदर से हम अमीर हो रहे हैं माफियागिरी करके, यह चीज हमारी छीन जाएंगी. इसलिए वह परेशान है.

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