अलीगढ़ से एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां यूपी पुलिस की छवि को गंभीर नुकसान पहुंचाया है. शराब के नशे में धुत पुलिसकर्मियों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में पुलिसकर्मी न सिर्फ नशे की हालत में दिखाई दे रहे हैं, बल्कि वे अभद्र व्यवहार और मारपीट करते हुए भी नजर आ रहे हैं. इस घटना के सामने आते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया.
सरकारी गाड़ी सूखे नाले में पलटी
पूरा मामला अलीगढ़ के गांधी पार्क थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक PRV-112 के अंतर्गत तैनात PRV संख्या 0732 देर रात दुर्घटनाग्रस्त हो गई. बताया जा रहा है कि ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी शराब के नशे में थे और लापरवाही से सरकारी वाहन चला रहे थे.
इसी दौरान वाहन का संतुलन बिगड़ गया और वह सड़क किनारे बने सूखे नाले में पलट गया. गनीमत रही कि इस हादसे में किसी आम नागरिक को चोट नहीं आई, लेकिन सरकारी वाहन को नुकसान जरूर पहुंचा.
क्रेन चालक से मारपीट का आरोप
हादसे के बाद पुलिसकर्मियों ने गाड़ी को बाहर निकालने के लिए एक क्रेन चालक को बुलाया. आरोप है कि जब क्रेन चालक ने वाहन निकालने के लिए 500 रुपये मेहनताना मांगा, तो नशे में धुत पुलिसकर्मी भड़क गए. पहले गाली-गलौज शुरू हुई और फिर बात मारपीट तक पहुंच गई. मौके पर मौजूद लोगों ने यह पूरी घटना अपने मोबाइल फोन में रिकॉर्ड कर ली, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है.
वीडियो वायरल होने के बाद आम लोगों के बीच पुलिस की कार्यशैली को लेकर तीखी चर्चाएं शुरू हो गईं. सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि जिन पुलिसकर्मियों पर कानून व्यवस्था बनाए रखने और जनता की सुरक्षा की जिम्मेदारी है, वही अगर नशे में कानून तोड़ते नजर आएं तो जनता किस पर भरोसा करे. इस घटना ने पुलिस के अनुशासन और जवाबदेही पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.
एसएसपी ने लिया सख्त एक्शन
मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने तुरंत संज्ञान लिया और जांच के आदेश दिए. शुरुआती जांच में आरोप सही पाए जाने पर एसएसपी ने कड़ा रुख अपनाया.
PRV-112 पर तैनात दो सिपाहियों मनोज और कृष्ण बिहारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. दोनों पर ड्यूटी के दौरान शराब पीने, सरकारी वाहन को नुकसान पहुंचाने और एक आम नागरिक के साथ मारपीट करने के गंभीर आरोप हैं.
दो दरोगा भी निलंबित
इतना ही नहीं, PRV की मॉनिटरिंग में लापरवाही बरतने के आरोप में दो दरोगा मुकेश कुमार और उदयवीर सिंह को भी निलंबित कर दिया गया है. बताया गया है कि इन दरोगाओं की जिम्मेदारी PRV-112 की निगरानी की थी, लेकिन उन्होंने समय रहते हालात को संभालने और उच्चाधिकारियों को सूचना देने में लापरवाही बरती.
एसएसपी नीरज कुमार जादौन ने साफ शब्दों में कहा है कि पुलिस विभाग में अनुशासन सर्वोपरि है. ड्यूटी के दौरान शराब पीना, अभद्र व्यवहार करना और आम जनता के साथ मारपीट किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि पुलिस की वर्दी जनता के विश्वास की पहचान है और इस विश्वास को तोड़ने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.
फिलहाल पूरे मामले की विस्तृत जांच जारी है. एसएसपी ने संकेत दिए हैं कि अगर जांच में किसी और पुलिसकर्मी की भूमिका सामने आती है तो उसके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस घटना के बाद PRV-112 जैसी आपातकालीन सेवाओं की निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गए हैं.