Akhilesh Yadav News: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार को अचानक तीन जगह पहुंचे और वहां के लोगों से बात की. अखिलेश ये अंदाज लोगों को पसंद आ रहा है. यूपी विधानसभा सत्र के ठीक पहले सपा चीफ के इस कदम से यह संकेत मिल रहे हैं विपक्षी दल इन मुद्दों पर सरकार को घेरेगा. इसके अलावा बीजेपी के लिए भी यह सत्र आसान नहीं रहने वाला है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपनी पार्टी के कई विधायकों के साथ सोमवार शाम को पहले अचानक लखनऊ स्थित कल्याण सिंह सुपर स्पेशिलिटी कैंसर इंस्टिट्यूट पहुंचे, जहां उन्होंने कई अधिकारियों और विभिन्न विभाग का जायजा लिया. हालांकि अखिलेश के पहुंचते ही निदेशक डॉ एमएलबी भट्ट कार्यालय छोड़कर चले गए. जिसके बाद अखिलेश यादव ने कुलसचिव डॉ शरद से बात की और विभिन्न विभागों के कामकाज की जानकारी दी.
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विधायकों के साथ अखिलेश यादव ने किया दौरासपा अध्यक्ष ने इस दौरान लखनऊ स्थित एक बड़ी डेयरी और HCL टेक्नोलॉजी के ऑफिस में भी गए और वहां पहुंचकर भी उन्होंने दोनों जगहों के कर्मचारियों से बात की और उनकी समस्याएं जानी. इस दौरान अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि कैंसर इंस्टिट्यूट, डेयरी, एचसीएल के साथ यूपी सरकार भेदभाव कर रही है. यहां के विकास के लिए पर्याप्त बजट नहीं दिया जा रहा.
समाजवादी पार्टी की ओर से अखिलेश यादव का ये वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है. जिसमें वो कैंसर इंस्टीट्यूट के विभिन्न विभागों और अस्पताल में आए मरीजों से बात करते दिखाई दे रहे हैं. सपा ने इसे शेयर करते हुए लिखा- 'माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी ने लखनऊ में सपा विधायकों के साथ कैंसर इंस्टीट्यूट पहुंचकर वहां की मौजूदा स्थिति जानी एवं कर्मचारियों से वार्ता की.' सपा अध्यक्ष का ये दौरा इसलिए भी अहम हो जाता हैं क्योंकि मंगलवार से यूपी विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो रहा है, ऐसे में सपा ने पहले से ही सरकार पर हल्ला बोलने की तैयारी शुरू कर दी है.
विभिन्न वर्गों के लोगों से की बातइसके बाद अखिलेश यादव अपने विधायकों के साथ लखनऊ के प्लासियो मॉल में भी गए जहां लोगों से बात की है. अखिलेश ने इस दौरे को लेकर लिखा- 'आधुनिकता नयी सोच का परिणाम होती है. जो समय के साथ-साथ आगे बढ़ते हैं वही युग बदलते हैं. इसी सोच पर हमने आधुनिक मॉल सरकारी स्तर पर बनाकर आनेवाले माडर्न टाइम के साथ क़दमताल करके आगे क़दम बढ़ाया था जिससे कि प्रादेशिक हुनर को माडर्न शोरूम मिल सके और प्रदेश की इकॉनमी अपने बल पर विकसित हो सके. रूढ़िवादियों ने बाज़ार को ही बाज़ार में बेच दिया. यही सोच का अंतर है.
अखिलेश यादव ने इन तमाम मुद्दों को लेकर अपने विधायकों से बात की. सपा इन मुद्दों को अब यूपी विधानसभा के बजट सत्र में उठाने की तैयारी कर रही है.