देवरिया जनपद के सलेमपुर तहसील में कार्यरत लेखपाल आशीष कुमार की बीती रात गोरखपुर जनपद के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. जब मृतक लेखपाल का शव गांव पहुंचा तो परिजनों और लेखपाल संघ के अन्य साथियों ने घर पर ही शव रखकर हंगामा किया. वहीं इस मामले को लेकर पूर्व सीएम व सपा चीफ अखिलेश यादव ने बीजेपी पर हमला बोला है.
लेखपाल की मौत के मामले में परिजनों और साथी लेखपालों ने मांग की है कि मृतक के परिवार के दो बच्चों को शिक्षा का प्रबंध किया जाए और 5 करोड़ रुपये इनको अनुदान में दिया जाए. एसडीएम सलेमपुर एसडीएम बरहज सहित तमाम अधिकारी पहुंचे और परिवार वालों के मनाने में जुट गए.
परिजनों का आरोप- एसआईआर के दबाव में कर रहे थे काम
परिवार के लोगों का आरोप है कि एसआईआर के दबाव में यह काम कर रहे थे, जिसकी वजह से उनकी मौत हुई. वहीं जिला प्रशासन ने अपना पक्ष जाहिर किया है उसमें बताया गया है कि यह पथरी रोग से ग्रसित थे और गोरखपुर के एक निजी अस्पताल इलाज के दौरान उनकी मौत हुई. वहीं मौके पर मौजूद एसडीएम सलेमपुर दिशा श्रीवास्तव हंगामे के दौरान रोती हुई नजर आई.
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर बोला हमला
लेखपाल की मौत पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "दुख का कारण जब पहले से पता है तो दुख की घड़ी को आने ही क्यों दिया? चुनाव जीतने के लिए भाजपा, उनके संगी-साथी व कुछ भ्रष्ट अधिकारी कई बीएलओ की मौत के दोषी बन गये हैं. भाजपा जितनी वीभत्स राजनीति तो महाकाव्यों के खलनायकों ने भी नहीं की थी."
मृतक परिवार को 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान
पूर्व सीएम ने आगे लिखा, "हम मृतक के परिवार को 2 लाख की आर्थिक सहायता देंगे, भाजपा सरकार 1 करोड़ रुपया और नौकरी दे. जनता पूछ रही है भाजपाइयों के हृदय नहीं है क्या? क्या सभी भाजपाई संवेदनहीन, निर्दयी और क्रूर हो गये हैं? भाजपा जाए तो जीवन बच जाए."