लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी ने बस्ती और जौनपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में एक बार फिर प्रत्याशी बदल दिया है. बस्ती में दयाशंकर मिश्रा की जगह लवकुश पटेल और जौनपुर में धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला की जगह श्याम सिंह यादव को उम्मीदवार बनाया है.


बसपा के इस फैसले से समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव तिलमिला गए हैं. इतना ही नहीं उन्होंने यह भी आरोप लगा दिया है कि बसपा को वोट देने का मतलब है अपना वोट खराब करना है. सपा प्रमुख ने कहा कि "मैं अपने बहुजन समाज के लोगों को कहूंगा कि बहुजन समाज पार्टी को वोट देना अपना वोट खराब करना है, वो बीजेपी का साथ दे रहे हैं चाहे सामने से चाहे पीछे से."


सपा चीफ ने लगाए आरोप
कन्नौज ने सपा चीफ ने कहा कि "भारतीय जनता पार्टी का सब गणित फेल है, जो लोग मन मर्जी करते थे उनको 140 करोड़ लोगों के मन की बात करनी पड़ेगी." उन्होंने कहा कि "सोनम वांगचुक और उनके साथी बहुत दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं. ये कमाल की सरकार है जो सो रही है, सरकार को अपनी भारत की सीमा को लेकर कोई चिंता नहीं हैं."






उन्होंने कहा कि "कन्नौज ने हमेशा इतिहास बनाने का काम किया है. इस बार भी कन्नौज की जनता जिताने जा रही है. जनता उनसे सच्चे सवाल करने जा रही है जिन लोगों ने झूठे वादे किए है."


बता दें बसपा ने  जौनपुर, बस्ती के लोकसभा उम्मीदवार को बदलने की आधिकारिक घोषणा सोमवार को की. बसपा ने जौनपुर से श्याम सिंह यादव और बस्ती से लवकुश पटेल को कैंडिडेट बनाया गया है. वहीं सोनभद्र की दुद्धी विधानसभा सीट पर उपचुनाव में बसपा ने रवि सिंह खरवार को उम्मीदवार बनाया है.