उत्तर प्रदेश के नोएडा-गाजियाबाद में बीते एक महीने से जारी प्रदूषण के कहर से आज लोगों को थोड़ी राहत मिली है. दिसंबर के पहले दिन ही ठंडी हवाएं चलने की वजह से दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, मेरठ और हापुड़ जैसे शहरों में प्रदूषण के स्तर में कमी आई हैं. इन इन जगहों पर सोमवार 1 दिसंबर को एक्यूआई 200 से 350 के बीच आ गया है.
यूपी में सर्दी की शुरुआत के साथ ही लगातार प्रदेश के बड़े शहरों की हवा ख़राब होने लगी थी. नवंबर महीने के मध्य में तो कई जगहों पर एक्यूआई 450 के पार चला गया था, जो गंभीर श्रेणी की हवा मानी जाती हैं और सांस लेने के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है. लेकिन, पिछले दो दिनों से प्रदूषण के स्तर में धीरे-धीरे कमी देखी गई.
प्रदूषण के स्तर में आई कमी
गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बीते कई दिनों से एक्यूआई 400 के पार बना हुआ था लेकिन सोमवार को यहां के एक्यूआई बेहद खराब से खराब की श्रेणी में आ गया है. प्रदेश में दितवाह तूफान के असर दिखा है. ठंडी हवाएं चलने की वजह से प्रदूषण के स्तर में ये कमी आई हैं. हालांकि ये हवा भी स्वास्थ्य के लिए ज्यादा अच्छी नहीं मानी जाती है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक आज सुबह गाजियाबाद के लोनी इलाके में हवा में प्रदूषण का स्तर 360 रिकॉर्ड किया गया जो बेहद खराब कैटेगरी की हवा है जबकि इंदिरापुरम इलाके में एक्यूआई 284, वसुंधरा में 276, संजय नगर में 273 एक्यूआई दर्ज किया गया. ये ख़राब कैटेगरी की हवा है.
350 से नीचे दर्ज किया गया एक्यूआई
गाजियाबाद से सटे नोएडा सेक्टर-125 में एक्यूआई 355, सेक्टर-116 में 332, सेक्टर-एक में 320 और ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 323 दर्ज किया गया. इसके अलावा हापुड़ में 313, मेरठ के पल्लवपुरम में 276, मुजफ्फरनगर में 241, बुलंदशहर में 270 वायु गुणवत्ता सूचकांक रहा.
राजधानी लखनऊ में हवा में प्रदूषण के स्तर में काफी कमी आई है. सोमवार को लालबाग इलाके में एक्यूआई 113 दर्ज किया गया जो मॉडरेटर कैटेगरी में आता है वहीं प्रयागराज में 105, वाराणसी में ज़्यादातर जगहों पर एक्यूआई 70-120 के बीच दर्ज किया गया है.
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