UP News: आगरा में एक युवती ने यूपी पुलिस के एक दरोगा पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का गंभीर आरोप लगाया है. ट्रांस यमुना थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक, युवती ने बताया कि वह टेढ़ी बगिया इलाके की रहने वाली है और 2022 में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के दौरान उसकी मुलाकात आरोपी अविनाश से हुई थी.
युवती के अनुसार, अविनाश ने खुद को सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाला बताया था और इसी दौरान दोनों की नज़दीकियां बढ़ीं. धीरे-धीरे वह प्रेमजाल में फंसी और फिर उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए गए. जब युवती ने विरोध किया तो अविनाश ने शादी का झांसा देकर चुप करा दिया.
एफआईआर में बताया गया है कि 2023 में जब अविनाश यूपी पुलिस में दरोगा के पद पर चयनित हो गया और गाजियाबाद के कौशांबी थाने में तैनात हुआ, तब उसके व्यवहार में अचानक बदलाव आने लगा. वह बात करने से कतराने लगा और मुलाकातें भी बंद कर दीं. संदेह होने पर युवती ने अविनाश का इंस्टाग्राम प्रोफाइल खंगाला, जहां से उसे पता चला कि दरोगा ने कहीं और सगाई कर ली है.
हिंदू लड़का-मुसलमान लड़की, पेड़ से लटके मिले दोनों के शव, 4 साल से चल रहा था लव अफेयर
आगे की कार्रवाई नियमानुसार- पुलिसइसके बाद युवती ने हिम्मत कर ट्रांस यमुना थाने में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद आरोपी दरोगा अविनाश के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, पीड़िता की ओर से लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है और आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी.
उत्तर प्रदेश में हाल के वर्षों में इस तरह के मामलों की संख्या में इज़ाफा देखा गया है, जहां वर्दीधारी या पदों पर बैठे लोग अपने पद का गलत इस्तेमाल कर महिलाओं को धोखा देने के आरोपों में घिरे हैं. राज्य सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए “मिशन शक्ति” जैसी कई योजनाएं चलाई हैं, लेकिन ऐसे मामले कानून व्यवस्था पर सवाल भी खड़े करते हैं.
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यदि कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी. पीड़िता को सुरक्षा और न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया गया है.
फिलहाल ट्रांस यमुना थाने में मामला दर्ज कर आगे की जांच जारी है. पुलिस अब आरोपी दरोगा अविनाश को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुला सकती है.