आगरा: ताजनगरी के नाम से मशहूर आगरा में दर्दनाक हादसा हुआ है. रविवार को आगरा के थाना शाहगंज इलाके में आजम पाड़ा में रहने वाले बड़े आतिशबाजी व्यवसायी चमन मंसूरी के यहां दिन में 12:45 बजे के करीब बड़ा हादसा हुआ. हादसा इतना भयानक था कि चमन मंसूरी के मकान के साथ ही पड़ोस के कई मकानों की दीवारें धवस्त हो गईं. मलबा दूर-दूर तक बिखरा हुआ नजर आया. घर की छत भी पूरी तरह से उखड़ गई.


तीन लोगों की हुई मौत
दरअसल, चमन मंसूरी के यहां बड़े स्तर पर पटाखे बनाने का काम होता है. रविवार को 12:45 बजे के करीब अचानक से विस्फोट हुआ और इसकी चपेट में आने से अब तक की जानकारी के मुताबिक 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. धमाके के बाद आग भी लग गई. इतना ही नहीं हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई. आनन-फानन में पुलिस प्रशासन और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं.


लोगों को घर से निकलने का मौका नहीं मिला
हादसा इतना गंभीर था कि लोगों को घर में निकलने का मौका ही नहीं मिला. पटाखों में लगी आग से पूरा घर जलकर खाक हो गया. अधिकारियों का कहना है कि चार लोग गंभीर रूप से झुलसे हैं और उनका इलाज चल रहा है.


विस्फोट की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी
दरअसल, चमन मंसूरी का आतिशबाजी का बड़ा कारोबार है और उसके बनाए हुए पटाखे की कई जिलों में सप्लाई होती है. इसके साथ ही चमन मंसूरी हर साल आगरा किला के सामने स्थित रामलीला ग्राउंड में लगातार आतिशबाजी का कॉन्पिटिशन भी जीतता आया है. दीपावाली नजदीक है और घर में ही नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बड़े स्तर पर पटाखे बनाए जा रहे थे. इस हादसे में सिलेंडर ब्लास्ट भी हुआ है. हादसा इतना भयानक था कि विस्फोट की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी. जिस घर में हादसा हुआ उसके आस-पड़ोस की दीवारों में भी जबरदस्त नुकसान पहुंचा है. कई लोग के इस हादसे में चोटिल भी हुए हैं.



पड़ोसियों के घरों को पहुंचा नुकसान
हादसे में पड़ोसियों के घरों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. पड़ोस के रहने वाले एक शख्स का कहना है कि उनके घर की दीवार पूरी तरह से ढह गई लेकिन गनीमत रही परिवार के किसी भी सदस्य की जान नहीं गई. वहीं, दूसरी तरफ कॉलोनी के कई सारे लोगों के चोटें भी आई हैं. उनका कहना है कि शिकायत कई बार स्थानीय स्तर पर पुलिस से कर चुके हैं, लेकिन पुलिस लगातार इस मामले की अनदेखी करती रही.


सीएम योगी ने लिया संज्ञान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए तत्काल डीएम और एसएसपी को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए. लेकिन, सवाल ये है कि घनी बस्ती में नियम के खिलाफ कैसे कोई भी व्यक्ति आतिशबाजी के पटाखे बनाने जैसा जानलेवा कारोबार कर सकता है. पुलिस प्रशासन से लेकर अग्निशमन विभाग, एलआईयू , आयुध विभाग को आखिर जानकारी कैसे नहीं थी घर में बारूद की खेती हो रही है.



यह भी पढ़ें:



बलिया गोली कांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह गिरफ्तार, चार दिन से पुलिस को दे रहा था चकमा


यूपी में 'एलियन' को देखकर घबराए लोग, जांच में ये सच आया सामने