यूपी के आगरा में ढाई महीने से अधिक समय से अपहृत बच्चे की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है. पुलिस ने खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. उधारी के पैसों के लेनदेन के चलते इस वारदात को आरोपियों ने अंजाम दिया था. बच्चे का सब राजस्थान के धौलपुर से बरामद हुआ है.
जानकारी के मुताबिक विजयनगर कॉलोनी के विजय प्रताप का जन सेवा केंद्र संचालक कृष्णा के साथ उधारी के पैसे को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था. विजय प्रताप ने कृष्णा से उधार दिए पैसे मांगे, जिस पर दोनों में झगड़ा हुआ.
डीसीपी पूर्वी अली अब्बास के अनुसार, कृष्णा ने झगड़े को अपनी बेइज्जती माना और बदला लेने के लिए विजय प्रताप के 8 साल के बेटे अभय प्रताप का अपहरण कर लिया. 30 अप्रैल को बच्चे को घर के बाहर से अगवा कर राजस्थान के धौलपुर ले जाया गया.
हत्याकांड का खुलासापुलिस पूछताछ में कृष्णा ने बताया कि उसने राहुल के साथ मिलकर बच्चे की गला दबाकर हत्या की और शव को बोरे में ईंटों के साथ बांधकर धौलपुर के मनियां तालाब में फेंक दिया. हत्या के डेढ़ घंटे बाद ही अपराध को अंजाम दे दिया गया था. इसके बाद कृष्णा ने विजय प्रताप को 80 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाली धमकी भरी चिट्ठियां भेजीं.
पुलिस को हुआ शक विजय प्रताप की शिकायत पर फतेहाबाद पुलिस और सर्विलांस टीम ने जांच शुरू की. आसपास के लोगों की लोकेशन ट्रेस करने पर कृष्णा पर शक गहराया. हिरासत में पूछताछ के बाद उसने अपराध कबूल लिया. उसकी निशानदेही पर बच्चे का शव बरामद हुआ, जिसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. बच्चे का शव मिलते ही परिवार में कोहराम छा गया.
पुलिस कार्रवाई जारी
डीसीपी अली अब्बास ने बताया कि उधारी विवाद के चलते कृष्णा ने राहुल के साथ मिलकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया. दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, और मामले की जांच जारी है.