Agra News: देश भर में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती धूम धाम से मनाई जा रही है. आगरा में भी बड़े स्तर पर भीम नगरी का आयोजन किया. आगरा में आयोजित भीम नगरी में आज स्वामी प्रसाद मौर्य पहुंचे. भीम नगरी के मंच पर स्वामी प्रसाद मौर्य को मुख्य अथिति के तौर बैठाया गया. मंच पर केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल सहित जनप्रतिनिधि मौजूद रहे. आगरा भीम नगरी आयोजन में पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य, अपने बयानों को लेकर लगातार चर्चाओं में रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य ने भीम नगरी का मंच संभाला और संबोधन दिया.


 स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंच से बोलते हुए बिना किसी का नाम लिया कहा कि आज भी एक वर्ग सबसे ऊंचे पर बैठा है और बाकि सब नीचे है. देश एक ओर अमृत महोत्सव मना रहा है तो वही आज भी 80 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे जी रहे है. जिन्हे न रोजगार मिल रहा है. और न ही सरकारी नोकरी, वो केवल 5 किलो चावल और 5 पांच किलो गेंहू पर गुराजा करने को मजबूर है. शोषित वंचितों को आज अलग समझा जा रहा है. 


'आज भी वंचित समाज के साथ हो रहा अन्याय'
ऊंची मानसिकता के लोग आज भी शोषित वंचित समाज के साथ अन्याय करते है. आज भी अगर किसी अधिकारी का तबादला होता है. तो उसकी कुर्सी को गंगा जल से धोया जाता है. तब बैठते है. कमरे को गंगा जल से धोया जाता है. अनुसूचित जाति जनजाति आदिवासी पिछड़ों को मिलने वाले आरक्षण की व्यवस्था बाबा साहब ने की थी उसे बदलना चाहते है. मैं जिम्मेदार लोगो से कहना चाहता हूं इस बारे में चिंतित हो, अगर ऐसा हुआ तो एक आंदोलन होगा .


'कुछ लोग बदलना चाहते है संविधान को'
प्रसाद मौर्य ने भीम नगरी के मंच से बोलते हुए कहा कि देश के सर्वोच्च पद विराचमान आदिवासी महिला महामहिम राष्ट्रपति को मंदिर में घुसने से रोक दिया जाता है. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को राजस्थान में मंदिर में घुसने से रोक दिया जाता है. कुछ लोग देश के संविधान को बदलना चाहते है. अगर ऐसा कुछ हुआ तो बाबा साहब को मानने वाले लोग एक आंदोलन के रूप में आगे आएंगे. कहा कि कुछ लोग बाबा साहब के संविधान में बदलाव करना चाहते है , जो आरक्षण अनुसूचित जाति जनजाति आदिवासी पिछड़ों को मिल रहा है उसे खत्म करना चाहते है, ये लोग संविधान को बदलना चाहते है. ऐसा नहीं होना चाहिए.


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