देहरादून, एबीपी गंगा। कोरोना की प्रारंभिक जांच के लिए उत्तराखंड में रैपिड टेस्ट किट से की जाने वाली जांच को आईसीएमआर के कहने पर फिलहाल रोक दिया गया है। अब भारत सरकार की ओर से गाइडलाइन आने के बाद ही रैपिड टेस्ट की दोबारा शुरुआत की जायेगी।
राज्य में देहरादून, हरिद्धार, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर ज़िलों के हॉटस्पॉट इलाकों में टेस्टिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी, लेकिन भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने रैपिड किट टेस्टिंग पर रोक लगा दी है। बताते चलें कि केंद्र सरकार की ओर से प्रदेश को पांच हज़ार के करीब रैपिड किट मुहैया कराई गई हैं। अब आईसीएमआर की अनुमति मिलने पर ही ये टेस्ट दोबारा शुरू किये जा सकेंगे।
देहरादून के डीएम आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आईसीएमआर ने दो दिनों तक रैपिड टेस्ट रोकने के लिए कहा है। अब भारत सरकार की नई गाइडलाइन आने के बाद ही रैपिड टेस्ट फिर से प्रारंभ किये जायेंगे।
रैपिड टेस्ट पर क्यों लगाई गई रोक?
दरअसल, राजस्थान सरकार ने रैपिड टेस्ट किट से होने वाले कोरोना टेस्ट के नतीजों पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसपर रोक लगा दी। बताया जा रहा है कि जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में 168 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की रैपिट किट से टेस्ट किया गया, लेकिन इनमें से केवल पांच फीसदी मरीज ही पॉजिटिव दिखाए, जबकि सभी संक्रमित थे। इसके बाद केंद्र सरकार ने भी दो दिन के लिए रैपिड टेस्ट किट पर रोक लगा दी है।
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