Acharya Pramod Krishnam News: आचार्य प्रमोद कृष्णम ने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन व पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को लेकर बड़ा बयान दिया है. आचार्य प्रमोद कृष्णम ने साफ तौर पर कहा है कि कांग्रेस पार्टी अगर प्रियंका गांधी वाड्रा को पीएम उम्मीदवार के तौर पर पेश करती है. उनके चेहरे को सामने रखकर चुनाव लड़ती है, तभी बीजेपी को हराया जा सकता है और नरेंद्र मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल किया जा सकता है. प्रमोद कृष्णम के मुताबिक 2019 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी को यूपी में प्रियंका गांधी के प्रभारी होने के बावजूद इसलिए करारी हार का सामना करना पड़ा, क्योंकि उस वक्त राहुल गांधी ना सिर्फ कांग्रेस पार्टी का चेहरा थे, बल्कि पार्टी के अध्यक्ष भी थे. लोगों ने पार्टियों के चेहरों के आधार पर वोटिंग की थी, इसलिए उस चुनाव की हार का ठीकरा कतई प्रियंका गांधी के सिर नहीं फोड़ा जा सकता.


इसके साथ ही आचार्य प्रमोद कृष्णम का कहना है कि प्रियंका गांधी में ही वह सारी खुशियां मौजूद है जिनकी वजह से कांग्रेस पार्टी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराकर नरेंद्र मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल कर सकती है. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी कतई परिवारवाद के दायरे में नहीं आतीं. वह अपने व्यक्तित्व और संघर्ष क्षमता की वजह से पीएम पद का चेहरा बनने के योग्य हैं. उन्हें नेहरू गांधी परिवार का सदस्य होने की सजा नहीं दी जा सकती. प्रियंका के नेतृत्व को अकेले कांग्रेस पार्टी को ही नहीं बल्कि समूचे विपक्ष को स्वीकार करना चाहिए. क्षेत्रीय पार्टियां अपने राज्यों में तो मजबूत हो सकते हैं लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर वह बीजेपी के सामने कतई नहीं टिकेंगी. वह काम सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही कर सकती है.


प्रमोद कृष्णम के मुताबिक अकेले वह ही नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी के लाखों कार्यकर्ता और देश की करोड़ों जनता भी प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहती है. उनका कहना है कि राहुल और प्रियंका की आपस में तुलना नहीं करानी चाहिए लेकिन यह जरूर कहा जा सकता है कि प्रियंका गांधी हर मायने में श्रेष्ठ हैं. वह कभी संसद या किसी भी विधानसभा की सदस्य भले ही ना रहे हो लेकिन इसके बावजूद उनकी अगुवाई में ही मोदी को हराया जा सकता है.


अमित शाह को आचार्य प्रमोद कृष्णम की चुनौती


आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा है कि बीजेपी कतई मजबूत नहीं है. गृह मंत्री अमित शाह को अगर लगता है कि उनकी पार्टी बहुत मजबूत है तो वह यूपी में आकर किसी भी सीट से चुनाव लड़ लें. वह यूपी में जिस भी सीट से चुनाव लड़ेंगे, मैं खुद उनके खिलाफ मैदान में उतरूंगा. उनके मुताबिक गुलाम नबी आजाद जैसे लोगों ने कांग्रेस पार्टी का साथ छोड़कर ठीक नहीं किया है. 2022 में यूपी विधानसभा का चुनाव कांग्रेस पार्टी इसलिए हारी, क्योंकि अजय लल्लू चेहरा थे.


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