उत्तर प्रदेश स्थित बाराबंकी में निजी विश्वविद्यालय SRMU में छात्रों पर लाठी चार्ज के मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने राजधानी लखनऊ के प्रशासन पर बड़ा जुबानी हमला बोला है. सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट कर ABVP ने लिखा कि विद्यार्थी केवल अपने अधिकारों और भ्रष्टाचार के खिलाफ सच बोल रहे थे, तब उन्हें हिंसा और दमन से रोकना प्रशासन के डर को ही दर्शाता है. शैक्षिक भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के खिलाफ ABVP कार्यकर्ताओं ने जब शांति व लोकतांत्रिक तरीके से आवाज़ उठाई, तभी श्री रामस्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय, लखनऊ प्रशासन ने पुलिस और गुंडों को बुलाकर निर्दोष छात्रों पर लाठीचार्ज करवाया.

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एबीवीपी ने लिखा कि यह कदम न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि लोकतंत्र और संविधान की हत्या है. छात्रों की जायज़ मांगों को दबाने की हर कोशिश यह साफ करती है कि भ्रष्टाचार को बचाने के लिए प्रशासन किस हद तक गिर सकता है. छात्र शक्ति की आवाज़ जितनी दबाई जाएगी, उतनी ही बुलंद होकर गूंजेगी.


बाराबंकी में छात्रों पर लाठीचार्ज का मामला गर्माया, जबरन DM आवास में घुसे ABVP कार्यकर्ता, जमकर बवाल


उधर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाराबंकी जिले में छात्रों की समस्या का संज्ञान लिया है. यह जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय ने दी. एक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने छात्रों के खिलाफ की गई कार्रवाई पर नाराजगी जताई और सीओ को हटाने के आदेश दिए. मंडलायुक्त अयोध्या को संबंधित कॉलेज की डिग्री की वैधता की जांच के आदेश, शाम तक रिपोर्ट मांगी. छात्रों के साथ हुई घटना की जांच मंडलायुक्त और आईजी अयोध्या करेंगे.