अयोध्या, अनुभव शुक्ला। अयोध्या पर सबसे बड़ा फैसला अब बस आने को है, ऐसे में पूरे शहर में सुरक्षा के खास बंदोबस्त किए गए हैं। खासतौर से वह इलाके जो जन्मभूमि के करीब है और हाई सेंसेटिव जोन में आते हैं वहां हर गली मोहल्ले में बैरिकेडिंग की गई है जिससे कि कहीं कोई अप्रिय घटना न होने पाए। हमारे संवाददाता अनुभव शुक्ला ने शहर की सुरक्षा का जायजा लिया।
फैसले के पहले पूरी अयोध्या को छावनी में तब्दील कर दिया गया है, जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई इस पर रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है कि सुरक्षा आम लोगों के लिए ही बढ़ाई गई है और वह कह रहे हैं कि अयोध्यावासी को इस बैरिकेडिंग से कहीं कोई मुश्किल नहीं हो रही है। जब कुछ बड़ा होता है तो इस तरह की छोटी मोटी चीजें तो सामने आती ही हैं।
अयोध्या में आज पंचकोशी परिक्रमा संपन्न हुई है। परिक्रमा पूरी तरह से सकुशल संपन्न हुई दूर-दूर से आए श्रद्धालु इस पंचकोशी परिक्रमा में शामिल हुए। इस दौरान हमने श्रद्धालुओं से बात थी क्या बड़े सुरक्षा इंतजामों से उन्हें कोई दिक्कत हुई तो उन्होंने कहा कि उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुई बल्कि सुरक्षा इंतजाम बढ़ने से उनके लिए इस बार ये पंचकोशी परिक्रमा काफी आसान रही।
अयोध्या का कटरा तिराहा इलाका राम जन्मभूमि से बिल्कुल सटा हुआ है और हाई सेंसटिव जोन कहलाता है। यहां चप्पे-चप्पे पर बैरिकेडिंग की गई है हमने जब इस मोहल्ले में रहने वाले लोगों से यह जानने की कोशिश की कि क्या बड़ी सुरक्षा और आने वाले फैसले को लेकर उन्हें कोई मुश्किल है कोई डर है तो सभी का साफ कहना था कि अयोध्या पर कोई फर्क नहीं पड़ा है, अयोध्या जो भी फैसला आएगा उसका पूरा सम्मान करेगी।