बरेली. यूपी में सरकारी महकमों में भ्रष्टाचार को लेकर तमाम दावे किए जाते रहते हैं, लेकिन फिर भी भ्रष्टाचार के मामले थम नहीं रहे हैं. ताजा मामला बरेली के नवाबगंज तससील का है. यहां एक लेखपाल पर खेत की पैमाइश के लिए किसान से 10 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगा है. किसान ने मामले की शिकायत एंटी करप्शन से की. वहीं, शिकायत मिलने पर एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथ लेखपाल को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. रिश्वतखोर लेखपाल का नाम जैनेंद्र सिंह बताया जा रहा है.


किसान से मांगे थे 10 हजार रुपये
एंटी करप्शन प्रभारी पूजा शर्मा ने बताया कि नवाबगंज के बीजामऊ निवासी किसान वीरेंद्र सिंह को अपने खेत की पैमाइश करवानी थी. वीरेंद्र ने खेत की पैमाइश के लिए तहसीलदार को प्रार्थना पत्र दिया था. तहसीलदार के आदेश पर लेखपाल जैनेंद्र सिंह किसान से मिले और पैमाइश करने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी. किसान ने रिश्वत मांगे जाने की शिकायत एंटी करप्शन से कर दी. शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन ने जांच की और रंगे हाथ लेखपाल को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया.


लेखपाल को गिरफ्तार कर अब जेल भेजा जा रहा है. गौरतलब है कि लेखपालों पर पहले भी इस तरह के आरोप लगते रहे हैं. आरोप है कि किसान सम्मान निधि में भी लेखपालों ने किसानों से बिना रिश्वत लिए कोई काम नहीं कि.


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