Fatehpur News: देश में धर्मांतरण के मामले को लेकर जहां केंद्र और प्रदेश सरकार गंभीर है. वहीं एक के बाद एक परतें खुलती जा रही हैं. सरकार धर्मांतरण मामले को लेकर ATS से जांच करवा रही है. जहां जांच एजेंसियों द्वारा देश के अलग-अलग जगहों से धर्मांतरण के मास्टर माइंड को अरेस्ट कर कार्रवाई की जा रही है.


ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से सामने आया है. यहां एक विदेशी मौलाना पिछले 15 सालों से मस्जिद में रहकर बच्चों का ब्रेनवाश कर धर्मांतरण करवाने के साथ ही उन्हें गलत तालीम दिया करता था. मस्जिद कमेटी के सदस्य ने इसका विरोध कर विदेशी मौलाना को मस्जिद से बाहर निकलवा दिया. इसके बाद इसकी शिकायत जिले के आलाधिकारियों से की लेकिन किसी के कान में जूं तक नही रेंगी.


इस विदेशी मौलाना ने मस्जिद में रहकर एक हिन्दू बच्ची का निकाह तक करवा दिया और जिले के अधिकारियों को भ्रमित कर देश की नागरिकता तक हासिल कर ली. पार्सपोर्ट, आधार कार्ड, राशन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड बनवा लिया. हालांकि यह प्रकरण जैसे ही मीडिया के सामने आया तो प्रशासन अब सख्ती दिखाकर विदेशी मौलाना को गिरफ्तार कर कार्रवाई करने में जुटी हुई है.


हिन्दूओं के बच्चों के प्रति गलत शिक्षा देता था


फतेहपुर जिले के गाजीपुर थाना क्षेत्र के कस्बा स्थित बड़ी मस्जिद का मौलवी विदेशी है, यह किस देश का रहने वाला है यह किसी को नहीं पता. मौलाना अपने आप को नेपाल का बताकर गाजीपुर में 15 साल पूर्व आया था. जिसके बाद गाजीपुर कस्बे के बड़ी मस्जिद के सदस्यों ने मौलाना को मस्जिद की जिम्मेदारी सौंप दी लेकिन मौलाना हाफिज फिरोज आलम मस्जिद में मुस्लिम बच्चों को शिक्षा देना शुरू किया, जहां बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के बजाए उन्हें हिन्दूओं के बच्चों के प्रति गलत शिक्षा देना शुरू कर दिया.


वह हिन्दू बच्चियों से शादी कर मुस्लिम जनसंख्या बढ़ाने के लिए समझाने लगा, वहीं गाजीपुर की रहने वाली एक ब्राम्हण समाज की लड़की का निकाह तक करवा दिया. जिसको देख मस्जिद कमेटी के सदस्य अब्दुल मजीद खां ने इसका विरोध किया और जिले के अधिकारियों को इसकी शिकायत की लेकिन जिले के अधिकारी मौन रहे. वहीं मस्जिद कमेटी के लोगों ने यह सब गलत मानते हुए विदेशी मौलाना हाफिज फिरोज आलम को मस्जिद से बाहर करवा दिया, लेकिन दो साल बाद भी जिला प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई तो एक बार फिर से मस्जिद कमेटी के सदस्य अब्दुल मदीज खां ने शिकायत की जिसकी भनक मीडिया को वायरल वीडियो के तहत लगी. 


हालांकि इस मामले में एडिशनल एसपी ने बताया कि नेपाल का एक संदिग्ध आदमी नेवादी मोहल्ला थाना गाजीपुर में काफी सालों से रहकर अवैधानिक तरीके से नीतिवचन कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, पैनकार्ड और 2016 में पासपोर्ट बनवा लिया था. जिसकी संयुक्त टीम ने जांच कर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. धर्मांतरण प्रकरण में मस्जिद के मौलाना अफीज फिरोज आलम को पुलिस ने अरेस्ट तो कर लिया. जहां पुलिस उस पर जिला प्रशासन को गुमराह कर पासपोर्ट और देश की नागरिकता हासिल करने के तहत धोखाधड़ी का केस दर्ज कर अरेस्ट कर कार्यवाही की बात कह रही है.


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