Danish Ali on 2000 Rupee Note: उत्तर प्रदेश के अमरोहा लोकसभा क्षेत्र पहुंचे बसपा सांसद दानिश अली ने क्षेत्रीय लोगों की समस्याओं को चौपाल लगाकर सुना. बसपा सांसद ने कहा कि मेरे क्षेत्र में पुराने जर्जर तार लाइट की सबसे बड़ी समस्या थी, जो भारत सरकार से 130 करोड़ रुपये अमरोहा की समस्याओं का निदान करने के लिए निर्गत हुए है. बसपा सांसद ने कहा कि बगैर सोचे समझे नोट बंदी का फैसला लिया गया है, आज वह साबित हो गया कि हां वाकई बिना सोचे समझे फैसला लिया गया था.

इसके साथ ही बसपा सांसद ने 2000 के नोट पर सवाल उठाते हुए कहा कि 8 नवंबर 2016 को एक तुगलकी फरमान आया था किस देश में काला धन बहुत है. आतंकवादी नकली नोटों का सरकुलेशन कर रहे हैं, जब लोगों को लाइन में लगाया अब फिर लोगों को लाइन में लगा रहे हैं. लोगों को लाइन में लगाए रखना बीजेपी का सोचा समझा तरीका है, यह लोग लाइन में लगे रहे पहले ही नोटबंदी के तहत देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा आघात लगा था. हम जो कहते थे कि बगैर सोचे समझे नोट बंदी का फैसला लिया गया है, आज वह साबित हो गया कि हां वाकई बिना सोचे समझे फैसला लिया गया था, जो कि गलत था.

बसपा नेता ने कहा कि आज उस गलत फैसले को बदलना पड़ा मुझे याद है. प्रधानमंत्री गोवा की एक मीटिंग में रो-रो कर कह रहे थे की यह फैसला मेरा गलत हो जाए तो मुझे फांसी लगा देना. आज यह फैसला गलत साबित हुआ है. वहीं कर्नाटक में हुए शपथ समारोह पर सांसद दानिश अली ने कहा कि कर्नाटक की जनता के लिए मैं इतना कहूंगा कि नफरत की राजनीति के खिलाफ मुहर लगाई है और यह माहौल जो है, यह नफरत की राजनीति का माहौल बहुत ज्यादा परवान नहीं चलेगा, इसका इफेक्ट उत्तर भारत में भी आएगा. पूरे दक्षिण भारत से बीजेपी साफ हो चुकी है, उत्तर प्रदेश के अंदर भी आने वाले लोकसभा चुनाव में नफरत की दुकान नहीं चलेगी उसका सटर गिरेगा.

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