Udaipur News: उदयपुर के महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में देश में पहली बार 25 डिग्री तापमान में भी उगने वाली मशरुम को तैयार किया है. खास बात यह है कि एक क्विंटल भूसे से इसको तैयार करेंगे तो करीब तीन हजार रुपये लागत आएगी लेकिन जब इसका उत्पादन कर बाजार में बेचेंगे तो 21 हजार रुपये तक की आय प्राप्त हो सकती है. 

25 डिग्री पर होती है प्रोड्यूसइस मशरूम में 27 प्रतिशत प्रोटीन कंटेंट है और इसे घर पर भी उगाया जा सकता है. इस मशरुम को विश्वविद्यालय के प्रोफेसर श्याम सुंदर शर्मा ने बनाया है. प्रोफेसर शर्मा ने बताया कि अधिक तापमान में मशरूम उत्पादन की रिसर्च देश में पहली बार हुई है. अभी बाजार में व्हाइट बटन मशरूम आ रही है, जो 18-20 डिग्री के तापमान उत्पादित हो सकती है, लेकिन प्रताप पोर्टाबेला या ब्राउन बटन मशरूम 25 डिग्री तक के तापमान में भी प्रोडक्शन दे सकती है.

जर्मनी में होती है ये मशरूमउन्होंने आगे बताया कि जर्मनी में पोर्टाबेला मशरूम होती है लेकिन वहां बर्फबारी होती है, जिससे उसका उत्पादन हो सकता है, जिसे यहां पर मंगवाया गया. फिर दो मशुरम माउंट आबू और प्रतापगढ़ जिले के सीतामाता अभयारण्य में मिली. इन तीनों मशरूम को क्रोस चेक किया, जिससे तीन प्रकार की मशरुम निकली. उनका उत्पादन किया तो प्रताप पोर्टाबेला सबसे बेहतर निकली जिसे रिलीज कर दिया गया है.

ऐसे हो सकती है कमाईप्रोफेसर श्याम सुंदर शर्मा ने बताया कि बाजार में मिलने वाली व्हाइट बटन मशरूम से प्रोटिन की मात्रा ज्यादा है. रिलीज करने के बाद कुछ लोगों ने इसका व्यापार भी शुरु कर दिया है और ये मुंबई तक सप्लाई की जा रही है. बाजार में व्हाइट बटन मशरूम तीन सौ रुपये प्रति किलो में मिल रही है और पोर्टाबेला 600 रुपये प्रति किलो. 

21000 रुपये तक की हो सकती है आयप्रोफेसर शर्मा के मुताबिक एक क्विंटल भूसे में अगर इसको उगाते हैं तो 35 किलो मशरूम का उत्पादन होता है. एक किलो भूसा बनाने की लागत 10 रुपये आती है. यानी एक क्विंटल की 1000 रुपये. इसके अलावा पोलिथीन, लेबर सहित अन्य खर्चा जोड़ें तो तीन हजार रुपये तक लग जाते हैं. वहीं 600 रुपये प्रति किलो के हिसाब से 35 किलो बेचे तो 21 हजार रुपये की आय होती है. 

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