राजस्थान के उदयपुर में मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रोफ्रेसर सुनीता मिश्रा के एक बयान से बवाल मच गया. उन्होंने हाल ही में मुगल शासक औरंगजेब को कथित तौर पर 'कुशल प्रशासक' बताया. इसके बाद एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार (15 सितंब) को प्रदर्शन किया.

Continues below advertisement

छात्रों का कहना है कि यह बयान मेवाड़ की गौरवशाली परंपरा का अपमान है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने प्रशासनिक भवन के शीशे तोड़ दिए, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बुलाई गई.

प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने सुनिता मिश्रा का पुतला भी फूंका और जमकर नारेबाजी की. छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, प्रदर्शन जारी रहेगा.

Continues below advertisement

वाइस चांसलर को बर्खास्त करने की मांग

इस बीच पुलिस और छात्रों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई, लेकिन छात्र अपनी मांग पर अड़े रहे. प्रदर्शनकारी छात्रों ने कुलपति के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि उन्हें तत्काल बर्खास्त किया जाए. पुलिस उपाधीक्षक छगन पुरोहित एवं अन्य पुलिस अधिकारी हालात को नियंत्रित करने के लिए मौके पर पहुंचे.  

बता दें कि प्रोफेसर मिश्रा ने पिछले हफ्ते विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित संगोष्ठी 'भारतीय ज्ञान प्रणाली: विकसित भारत 2047 के लिए रोडमैप' के दौरान औरंगजेब की प्रशासनिक क्षमताओं का उल्लेख करते हुये मुगल बादशाह कुशल प्रशासक बताया था.

बीजेपी ने साधा निशाना

वहीं इस मामले में बीजेपी के शहर जिला महामंत्री डा. पंकज गोराणा ने कहा कि महाराणा प्रताप की धरती पर वाइस चांसलर ने जो बयान दिया वह मेवाड़ के लिए सहनीय नहीं है.

वाइस चांसलर ने सफाई में क्या कहा?

हालांकि बाद में जारी अपने स्पष्टीकरण में प्रोफेसर सुनीता मिश्रा ने कहा कि उनके वक्तव्य को गलत तरीके से तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और उसे संदर्भ से इतर लिया जा रहा है. प्रोफेसर मिश्री ने कहा कि उन्होंने औरंगजेब का महिमामंडन नहीं किया.