Rajasthan Top 5 Headlines: सीएम अशोक गहलोत ने यह दावा किया है कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के कार्यकाल के समय के भ्रष्टाचार का कोई भी मामला पेंडिंग नहीं है. सचिन पायलट  ने भ्रष्टाचार के मामले की जांच की मांग कर रहे हैं जिसे सीएम गहलोत ने नकार दिया है. सीएम गहलोत ने कहा कि उन्होंने जनता के सामने जिन मामलों को उठाया था उसका वह निस्तारण कोर्ट में कर चुके हैं. Read More

राजस्थान में कांग्रेस के इस लक्ष्य को पूरा करेगा मिशन-59राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस ने सत्ता पर काबिज होने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.पार्टियों के आनुषांगिक संगठन काम पर लग गए हैं. जो फार्मूला किसी राज्य में सटीक बैठ रहा है,उसे दूसरे प्रदेशों में भी लागू किया जा रहा है.राजस्थान विधानसभा चुनाव पर अब पार्टियों की नजर है.कमेटी आलाकमान के निर्देश पर राजस्थान में अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित विधानसभा सीटों पर लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन की एक दिवसीय संभागीय कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है. Read More

छह साल से कोमा में पड़े बेटे को ठीक करने के नाम पर सोने के जेवरों की ठगीएक साधु ने एक पढ़े-लिखे परिवार को अपने सम्मोहन में ऐसा फंसाया कि उस परिवार के सदस्यों ने घर के सारे जेवर अपने हाथ से निकालकर रख दिए. साधु ने उनको हाथ भी नहीं लगाया और जेवर गायब हो गए.ये सम्मोहन था या हाथ की सफाई या ठगी.यह जांच का विषय है. पुलिस ने अथक प्रयास से इस अनजान साधु को पकड़ लिया है. पूछताछ में उससे एक के बाद एक चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं.ये साधु अब तक करीब डेढ दर्जन लोगों को अपने जाल में फंसा चुका है. Read More 

'पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं सतपाल मालिक'बीजेपी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और फतेहपुर सीकरी से सांसद राजकुमार चाहर एक दिन के जोधपुर के दौरे पर आए. एयरपोर्ट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नौ साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाईं और योजनाओं की जानकारी दी. उन्होंने जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक पर कई तरह के आरोप लगाते हुए उनके आरोपों को झूठा और मनगढ़ंत बताया. उन्होंने कहा कि 2003  और 2013 की ही तरह 2023 में भी अशोक गहलोत की हार होगी. Read More

सचिन पायलट को भी है ये 'डर'?राजस्थान की राजनीति में तीसरे दल या तीसरे मोर्चे का वजूद बेहद कमजोर रहा है. यहां, तक कि कहा जाता है सफल ही नहीं रहा. हालाँकि, यहां समय-समय पर कांग्रेस और भाजपा के ही राजनीतिक क्षत्रप अपनी ताकत दिखाते रहे हैं. मगर जनता यहां पर तीसरे मोर्चे या दल को पसंद नहीं करती है. इसका प्रमाण खुद चुनाव में दिखता रहा है. ऐसे में जब सचिन पायलट (sachin pilot) के नई पार्टी बनाये जाने की चर्चा या अफवाह उड़ी तो इसके पीछे कई बातें सामने आई. Read More