Rajasthan Politics on IIFA Madhuri Dixit: राजस्थान में IIFA के आयोजन को लेकर बवाल जैसी स्थिति बन गई है. विपक्ष लगातार सरकार पर आरोप लगा रहा है कि इस बार के कार्यक्रम में बड़े कलाकारों ने दूरी बनाकर रखी. विपक्ष ने आईफा में शामिल बॉलीवुड सितारों को 'सेकंड ग्रेड' का बताते हुए इस आयोजन को पैसे की बर्बादी करार दे दिया. 

विपक्ष का कहना है, "भजनलाल शर्मा सरकार के पास खाटूश्याम  और जयपुर के आराध्य गोविंद देव के लिए ऐलान किए गए 100 करोड़ रुपये नहीं हैं, लेकिन आईफा के अयोजन पर इतनी ही राशि खर्च करने के लिए फाइल को बुलेट ट्रेन की तरह चला दिया." वहीं, खुद सीएम भजनलाल ने इसका जवाब देते हुए इसे पर्यटन के लिहाज़ से बड़ा और सफल कार्यक्रम बताया.

सीएम भजनलाल ने दिया आरोपों का जवाबआईफा को लेकर वाहवाही लूट रही भजनलाल सरकार को जब विपक्ष ने 'पैसे की बर्बादी' बताकर घेरना शुरू किया तो खुद सीएम ने मामले को संभाला. विधानसभा में सीएम भजनलाल ने इसके आयोजन को 'पर्यटन को पंख लगाने वाला' बताते हुए इसके आयोजन से राजस्थान की कला, संस्कृति और ऐतिहासिक विरासतों का प्रमोशन बताया. साथ ही कहा कि आने वाले दिनों में राजस्थान की अर्थव्यवस्था में आईफा के योगदान को नकारा नहीं जा सकता.  

माधुरी दीक्षित को बताया 'सेकंड ग्रेड'इससे पहले विधानसभा के अंदर और बाहर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आईफा को लेकर सरकार पर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि शाहरुख़ खान के अलावा इसमें कोई बड़ा फिल्म कलाकार नहीं आया. इस बीच किसी ने माधुरी दिखित की मौजूदगी की बात कही तो जुली ने तपाक से माधुरी दीक्षित को 'सेकेंड ग्रेड' का स्टार बताते हुए कहा कि उनका समय तो गया. 

माधुरी दीक्षित पर विवादित बयान देते हुए टीकाराम जूली ने कहा, "उनके जमाने की दिल और बेटा जैसी फिल्म के बाद ही उनका दौर ख़त्म हो गया." उन्होंने आगे कहा कि 7-7 लाख रुपये का गोल्डन पास ना जाने किसे दे दिया, जबकि सरकार के मंत्री भी पीछे बैठे नजर आए. 

सदन के बाहर बीजेपी नेताओं ने विपक्ष पर पलटवार किया और कहा कि विपक्ष की आदत बन गई है कि वह हर अच्छे काम का विरोध करते हैं. 

आईफा की व्यवस्था खराब होने पर विपक्ष ने घेरादरअसल, विपक्ष को इस बात को लेकर ऐतराज है कि सरकार ने विकास काम के बजट को कम करके आईफा के आयोजन के लिए 100 करोड़ रुपये खर्च कर दिए. इस दौरान फिल्म कलाकारों को गुलाबी शहर या राजस्थान का कहीं प्रमोशन करते तक नहीं देखा गया. यही नहीं, सुरक्षा के नाम पर पूरा बंदोबस्त कलाकारों की तरफ कर दिया गया, लेकिन जयपुर में आयोजन स्थल से कुछ दूरी पर ही एक महिला के साथ रेप होता रहा. 

बहरहाल, आईफा को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज है, लेकिन समझना होगा कि ऐसे भव्य आयोजन का राजस्थान जैसे पर्यटन स्थलपर आधारित जगहों के लिए फायदेमंद होता ही है.