Karanpur Assembly Elections 2023: राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले की करणपुर विधान सभा सीट पर पांच जनवरी को मतदान होगा. इस सीट पर बीजेपी, आप और कांग्रेस में त्रिकोणीय मुकाबला दिख रहा है. करणपुर विधानसभा सीटे से बीजेपी ने सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को अपना प्रत्याशी बनाया है, वह इस समय प्रदेश सरकार में मंत्री भी हैं. वहीं कांग्रेस ने सहानभूति का कार्ड खेलते हुए गुरमीत सिंह कुन्नर के बेटे रूपेंद्र कुन्नर को प्रत्याशी बनाया है. इन सबके बीच में आप ने पिछले चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी रहे पृथ्वीपाल सिंह पर भरोसा दिखाते हुए अपना उम्मीदवार बनाया है.


करणपुर सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली थी और बीजेपी तीसरे नम्बर थी. इस बार चुनाव से पहले ही बीजेपी ने सुरेंद्र पाल सिंह को राज्यमंत्री बना दिया है. इसलिए यहां पर एक 'राजनीतिक महाभारत' छिड़ गई है. बीजेपी ने अपने सभी प्रमुख नेताओं और मंत्रियों को प्रचार-प्रसार के लिए चुनावी रण में उतार दिया है. वहीं कांग्रेस ने भी अपने संगठन के सभी मजबूत नेताओं को प्रचार के लिए उतार दिया है. आप के अध्यक्ष वहां पर डटे हुए हैं. पंजाब सरकार की तरफ से भी पूरी ताकत झोंक दी गई है. कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष के नाम पर चर्चा करने के बाद भी अभी असमजंस में है.


साल 2018 चुनाव के समीकरण 
करणपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 249 मतदान केंद्र हैं. छह दिसंबर तक यहां 2 लाख 40 हजार 826 मतदाता थे. इस विधानसभा में पांच जनवरी को मतदान होगा और आठ जनवरी को मतगणना होगी. यहां पर साल 2018 के विधान सभा चुनाव में नोटा को 8500 मत मिले थे. कांग्रेस के गुरमीत सिंह कुन्नर को 73,896 मत मिले थे. बीजेपी के सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को 44,099 मत मिले और निर्दलीय प्रत्याशी रहे पृथ्वीपाल सिंह को 45,520 मत मिले थे. वहीं महेंद्र कुमार निदर्लीय प्रत्याशी चुनाव में उतरे थे, उन्हें 15,782 मत मिले थे. 


कांग्रेस, बीजेपी और आप का दावा 
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकान्त भारद्वाज ने दावा किया कि हमारी सरकार के काम से लोग खुश हैं. डबल इंजन की सरकार के साथ जनता है. करणपुर में हमारी बड़ी जीत होगी. आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष नवीन पालीवाल का कहना है कि आप के प्रत्याशी पृथ्वीपाल के साथ लोग खड़े हैं. उनकी साफ छवि, चुनाव में मजबूत ताकत बनी हुई है. कांग्रेस पार्टी के महासचिव और पूर्व विधायक इंद्राज सिंह गुर्जर का कहना है कि हमारा संगठन वहां पर मजबूत है. कांग्रेस वहां पर जीतेगी. हमारे साथ वहां की जनता है. 


बीजेपी ने बढ़ाई टेंशन
लोकसभा चुनाव से पहले यह विधान सभा चुनाव होगा. लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान के इस क्षेत्र में कांग्रेस, बीजेपी और आप के लिए एक बड़ी शुरूआत के रुप में माना जा रहा है. सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को चुनाव से पहले ही बीजेपी ने उन्हें राज्यमंत्री का दर्ज देकर , कांग्रेस की सामने बड़ी चुनौती पेश की है. इसी चुनाव की वजह कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष घोषित नहीं कर पा रही है. उसे भी जातीय समीकरण पर फोकस करना है. आप के उम्मीदवार को बीजेपी और कांग्रेस प्रत्तयाशियों मजबूत उपस्थिति अन्य प्रत्शिायों के लिए बड़ी चुनौती है.


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