Sirohi News: आबूरोड रेलवे स्टेशन पर फर्जी डीडी के जरिए 1 करोड़ 18 लाख रुपये की धोखाधड़ी मामले में एक्शन हुआ है. रेलवे ने आबूरोड स्टेशन के पांच कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है. निलंबित किए गए कर्मचारियों में स्टेशन मास्टर, कमर्शियल इंस्पेक्टर, कैटरिंग इंस्पेक्टर, अकाउंट इंस्पेक्टर और एक बाबू शामिल हैं. अजमेर मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक बीसीएस चौधरी ने बताया कि रेलवे ने वित्तीय अनियमितता को गंभीरता से लिया है. गबन मामले की जांच रेलवे विजिलेंस टीम के साथ-साथ जीआरपी भी कर रही है.
जीआरपी थानाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि बैंकों से विस्तृत जानकारी ली जा रही है. फर्जी डीडी पंजाब नेशनल बैंक और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नाम से बनाई गई हैं. तत्कालीन स्टेशन मास्टर के बयान दर्ज कर लिए गए हैं. अन्य संबंधित लोगों के भी बयान दर्ज किए जाएंगे. अजमेर मंडल के रेलवे अधिकारी ने आबूरोड जीआरपी को शिकायत दी थी. उन्होंने बताया था कि स्टेशन पर मौजूद फूड स्टॉल संचालकों ने स्टॉल्स की फीस जमा कराने के लिए बैंक से जारी किए गए डिमांड ड्राफ्ट (डीडी) में हेराफेरी कर रेलवे को चपत लगाया है.
डीडी में काट-छांट कर फर्जीवाड़ा
जीआरपी थानाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि अजमेर रेल मंडल एसीएम लालचंद की रिपोर्ट के आधार पर मैसर्स साईं एंटरप्राइजेज, मैसर्स यूएसबी कॉरपोरेशन और मैसर्स साईं बालाजी फर्म के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. उन्होंने बताया कि 19 महीनों की फीस धोखाधड़ी कर बैंक में ट्रांसफर किए जाने का मामला सामने आया है.
रेलवे को एक करोड़ का नुकसान
तीनों फर्मों ने 18 जनवरी 2023 से 17 अगस्त 2024 तक की अवधि में फूड स्टॉल्स की फीस जमा कराने के लिए बैंक से डिमांड ड्राफ्ट (डीडी) जारी करवाए. डीडी में काट-छांट कर फर्जीवाड़ा किया गया. स्टेशन कार्यालय में बैंक से जारी किए गए डीडी की सिर्फ फोटोकॉपी जमा कराए गए. असली डीडी को जमा कर राशि बैंक खाते में वापस ट्रांसफर करवा ली गई. तीनों फर्मों ने मिलकर करीब 1 करोड़ 18 लाख 35 हजार रुपये की राशि का गबन किया है. फूड स्टॉल्स की फीस निर्धारित अवधि में जमा नहीं होने पर रेलवे अधिकारियों को गड़बड़ी का संदेह हुआ.
तुषार पुरोहित की रिपोर्ट
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