Satish Poonia Clarification: विधानसभा चुनाव में करारी हार से आहत होकर भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राजस्थान प्रमुख सतीश पूनियां ने सोमवार को भावुक पोस्ट किया था. उस पोस्ट में पूनियां ने पॉलिटिक्स से ब्रेक लेने की बात कही थी. अब मंगलवार को उन्होंने अपनी पोस्ट पर सफाई दी है और कहा है कि उनके कहने का मतलब राजनीति से संन्यास नहीं था, बल्कि वो सिर्फ एक भावुक पोस्ट था.
वो एक भावुक पोस्ट थी... सबका आभार...
मंगलवार को सतीश पूनियां ने फिर एक बार ट्विटर का इस्तेमाल करते हुए लिखा, "मैंने भावनाओं से प्रेरित होकर एक भावुक पोस्ट की थी, उसके द्वारा यह व्यक्त करना चाहता हूं कि आमेर के अधिकांश सच्चे कार्यकर्ताओं ने पार्टी के लिए अथक परिश्रम भी किया है और प्रबुद्ध लोगों ने पार्टी के पक्ष में मतदान भी किया है, जो इस परिस्थिति में भी पार्टी के साथ खड़े रहे, मैं उन सबका ह्रदय से आभार व्यक्त करता हूं."
पूनियां करेंगे हार के कारणों की समीक्षा
इस पोस्ट में पूनियां ने आगे अपनी पुरानी पोस्ट पर सफाई देते हुए लिखा, "कुछ समाचार माध्यमों ने मेरे संन्यास की बात लिखी है, जो सत्य नहीं है, मेरा बीजेपी कार्यकर्ताओं से संवाद बना रहेगा." इस पोस्ट में पूनियां ने लिखा कि वो पार्टी के स्तर पर हार के कारणों की समीक्षा भी करेंगे और भविष्य में पार्टी की जीत कैसे हो सके, इस पर भी काम करें. पूनियां ने अपने नए पोस्ट में सफाई देने के साथ-साथ पुराने पोस्ट को भी एडिट किया है.
बीजेपी की बंपर जीत के बीच हारे पूनियां
दरअसल बीजेपी के राजस्थान प्रमुख रह चुके सतीश पूनियां ने आमेर विधानसभा सीट से चुनावी ताल ठोकी थी. लेकिन एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में बंपर जीत दर्ज की तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी के कद्दावर नेता पूनियां को बड़ी हार का सामना करना पड़ा. पूनियां को आमेर सीट पर 99,822 वोट मिले और वो कांग्रेस पार्टी के प्रशांत शर्मा से 9 हजार से भी ज्यादा वोट से हार गए. प्रशांत शर्मा को 1,08,914 वोट मिले थे.