Sachin Pilot in Barmer: पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती जिले बाड़मेर में टोंक विधायक और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट (Sacin Pilot) पहुंचे. कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी (Hemaram Chaudhary) के बेटे की याद में करोड़ों रुपये की लागत से बनाए गए वीरेंद्र धाम हाईटेक हॉस्टल (Virendra Dham Hostel) का लोकार्पण और प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम के बाद बाड़मेर के आदर्श स्टेडियम में एक सभा का आयोजन किया गया था. इस दौरान सचिन पायलट के साथ मंच पर गहलोत सरकार के चार मंत्री और 12 विधायक मौजूद रहे.
क्या ये है सचिन पायलट का शक्ति प्रदर्शन?सीएम गहलोत के मंत्रिमंडल के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा, मंत्री बृजेंद्र ओला, मंत्री मुरारी लाल मीणा और हेमाराम चौधरी मौजूद रहे कार्यक्रम में विधायक हरीश मीणा, जीआर खटाना, सुरेश मोदी, मुकेश भाकर, इंद्राज गुर्जर, वेद प्रकाश सोलंकी, रामनिवास गावड़िया, खिलाड़ी लाल बैरवा, गिर्राज सिंह मलिंगा, दीपेंद्र सिंह शेखावत, हरीश चौधरी व राकेश पारीक भी मौजूद रहे बाड़मेर के पूर्व सांसद व बीजेपी के नेता कर्नल सोनाराम चौधरी की उपस्थिति इस मंच पर खास मायने रखती हैं. राजनीतिक विश्लेषक विधायकों के जमावड़े को सचिन पायलट का शक्ति प्रदर्शन मान रहे हैं.
हरीश चौधरी के अलावा मंच पर कोई नया चेहरा नहींपूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट का जाटलैंड बाड़मेर में वीरेंद्र धाम के लोकार्पण और मूर्ति अनावरण के कार्यक्रम में 4 मंत्रियों और 12 विधायकों के जमावड़े को शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है. पिछले कुछ समय से सीएम अशोक गहलोत से नाराज चल रहे कांग्रेस बायतु विधायक हरीश चौधरी सचिन पायलट से नज़दीकियां बढ़ाते नजर आ रहे हैं. हालांकि, पिछले कुछ समय से हरीश चौधरी को पायलट कैंप का माना जाता है. हरीश चौधरी को छोड़कर इस मंच पर कोई नया चेहरा नजर नहीं आया.
बाड़मेर में सचिन पायलट ने वीरेंद्र धाम हॉस्टल के लिए हेमाराम चौधरी और बेटी सरोज चौधरी का धन्यवाद किया. हरीश चौधरी की बात का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि हमको अपने अधिकार लेने के लिए कितना संघर्ष करना पड़ता है. कहीं दो 2 तो कहीं 4 परसेंट. कई जगह 8% में फंसा कर रख दिया है. गांव का गरीब किसान का बेटा पढ़ाई करके आगे बढ़ता है. आज हमारी बच्चियां दिल्ली के जंतर मंतर पर बैठी है. आरोपी पर कार्रवाई नहीं हो रही है इससे मन मे बहुत दुख होता है. सचिन पायलट ने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ वह हमेशा लड़ाई लड़ते रहेंगे.
'कुर्सी पर ऐसे लोग बैठे हैं, जो किसी को आगे नहीं आने देना चाहते'सचिन पायलट बोले कि गरीब किसान गांव ढाणी में रहने वाले परिवारों के बच्चे पढ़ लिखकर आगे बढ़ना चाहते हैं, नौकरी करना चाहते हैं. इस सपने को पूरा करने के लिए उनके मां-बाप क्या कुछ नहीं करते. सब कुछ करने के बाद परीक्षा के दौरान पेपर लीक हो जाता है और कैंसिल हो जाता है. ऐसे लोगों पर कार्रवाई नहीं होती, इसलिए ऐसा लगातार हो रहा है. क्योंकि हमारे आपके बीच से निकलने वाला बच्चा उन कुर्सियों तक नहीं पहुंचा है. उन कुर्सियों पर ऐसे लोग बैठे हैं, जो किसी को आगे नहीं आने देना चाहते.
सचिन पायलट ने की ढाणी के विकास की बातसचिन पायलट ने आगे कहा कि देश के सीमावर्ती गांव ढाणी में विकास नहीं हो रहा है. वहां की महिलाओं को लंबी दूरी तय कर पानी लाने के लिए पैदल चलना पड़ता है, वहां लाइट भी नहीं है. इस पूरे विकास पर रोक दिल्ली वालों ने लगा रखी है. इस तरह की सोच से देश विकास की गति नहीं पकड़ पाएगा. हमें अपने अधिकारों के लिए लड़ना है. देश की उन तमाम कुर्सियों तक पहुंचना है, जहां पर बैठकर लोग इस तरह के फैसले करते हैं. तभी हम हमारे लोगों का विकास कर पाएंगे.
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