Invest Rajasthan Summit 2022: राजस्थान की राजधानी जयपुर में दो दिवसीय इन्वेस्ट राजस्थान समिट 2022 की शुरूआत हुई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अगुवाई में हो रही इस समिट में अडानी ग्रुप के प्रमुख गौतम अडानी समेत देश-दुनिया की कई नामी कंपनियों के तीन हजार से ज्यादा उद्योगपति शिरकत करने पहुंचे हैं. समिट में करोड़ों रुपए के इन्वेस्टमेंट की चर्चाओं के बीच राजस्थान मूल के निवासी वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने बेटियों को सशक्त बनाने पर जोर दिया.


बेटियों के लिए उठाई यह मांग
अनिल अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा, "खेलकूद में प्रदेश के युवा अग्रसर हो रहे हैं. लड़कों के साथ लड़कियां भी खेलों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. हाल ही में मुझे गुजरात के अहमदाबाद में स्टेडियम देखने का मौका मिला. मैं वर्ल्ड क्लास के उस स्टेडियम को देखकर आश्चर्यचकित रह गया. सीएम गहलोत की इच्छा है कि ऐसा स्टेडियम जयपुर में भी बनें. मैं चाहूंगा कि वे इस स्टेडियम को बनाएं. इसके निर्माण में वेदांता समूह हरसंभव सहयोग करेगा. इस प्रदेश के लड़के-लड़कियों को आगे बढ़ाएं. राजस्थान की लड़कियां सबसे ज्यादा अग्रसर हैं. अग्रवाल ने अन्य इन्वेस्टर्स से भी आह्वान किया कि अगर आप राजस्थान में कोई इंडस्ट्री लगा रहे हैं तो 30 से 40 परसेंट लड़कियों को हर क्षेत्र में आगे लाएं. लड़कियों को काम दें."


'कनाडा में छाया राजस्थान'
अग्रवाल ने कहा कि आज यहां सारे लोग इकट्ठे हुए हैं और सभी लोग एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं. राजस्थान एक ऐसी जगह है जो अद्भुत और ईश्वर की देन है. राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राज में बड़ा बदलाव आया है. यह परिवर्तन पूरा हिंदुस्तान देखता है, पूरी दुनिया देखती है. अभी कनाडा गया तो वहां भी राजस्थान की चर्चा हो रही थी. जो खनिज कनाडा में हैं उससे ज्यादा राजस्थान में है. कनाडा में केवल छह महीने ही माइंस में काम हो सकता है. बर्फबारी के कारण वहां छह महीने खानें बंद करनी होती है. राजस्थान ऐसी जगह है जहां बारह महीने माइंस चला सकते हैं. राजस्थान में करीब 30 तरह के पत्थर हैं जिसकी पूरी दुनिया में डिमांड है. राजस्थान में तेल भरा हुआ है, गैस भरी हुई है और खनिज भरा हुआ है. राजस्थान में ऐसी सरकार है जो काम करना चाहती है. इस प्रदेश को आगे बढ़ाना चाहती है.


बचपन का किस्सा सुनाकर की तुलना
वेदांता ग्रुप के चेयरमैन ने अपने बचपन का किस्सा सुनाते हुए कहा कि "मैं जब छोटा था तब हम लोग चौमूं में रहते थे. बाद में चौमूं से जयपुर के बापू नगर में आकर बसे. उस वक्त दादीजी तांगे में बैठाकर गोविंद देवजी के मंदिर ले जाती थी. वे भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन की कहानी सुनाती थीं. बोलती थीं कि, अर्जुन ने श्रीकृष्ण जी से पूछा कि सगुण और निर्गुण में क्या फर्क है. उन्होंने कहा कि निर्गुण हमेशा भगवान की भक्ति करता रहता है. वो मुझे बेहद प्रिय है. वो रात-दिन भजन ही करता है और सगुण भी मेरे काम में लगा रहता है. उसे मेरा नाम लेने की फुर्सत नहीं होती लेकिन वो सिर्फ मेरा ही काम करता रहता है. कैसे मैं जन सेवा करूं, कैसे मैं समाज का हित करूं. तो अर्जुन ने पूछा कि दोनों में से आपको कौन प्रिय है. श्रीकृष्ण ने जवाब दिया कि दोनों मुझे प्रिय हैं. बहुत ज्यादा जोर देने पर श्रीकृष्ण बोले कि सगुण मुझे ज्यादा प्रिय है. मैं उसमें हमारे अशोक गहलोत जी को लेता हूं."


CM गहलोत ने अनिल अग्रवाल से कही यह बात
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने संबोधन में कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि राजस्थान से निकले उद्योगपति आज पूरे देश में छाए हुए हैं. उन्हीं में से एक अनिल अग्रवाल भी हैं. सीएम ने अग्रवाल से कहा कि आप हमेशा राजस्थान की चिंता करते हैं. सेमीकंडक्टर की एक लाख करोड़ की इंडस्ट्री के लिए महाराष्ट्र और गुजरात का झगड़ा है तो आप सेमीकंडक्टर चिप की इंडस्ट्री राजस्थान में लगाइए.


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