Rajasthan News: बीजेपी ने वासुदेव देवनानी (Vasudev Devnani) को विधानसभा स्पीकर चुना है. देवनानी बीजेपी (BJP_ की सरकार में दो बार मंत्री रह चुके हैं. वासुदेव देवनानी का राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) से बड़ा लगाव माना जाता है क्योंकि वह 30 वर्ष तक यहां शिक्षक के तौर पर कार्यरत रहे हैं. और फिर यहीं से राजनीतिक जीवन की भी शुरुआत की थी. बता दें कि राजस्थान में सीएम और डिप्टी सीएम ने अपने पद की शपथ ले ली और अब मंत्रीमंडल का विस्तार किया जाना बाकी है. 


वासुदेव देवनानी को करीब से जानने वाले उदयपुर के हरीश राजानी, विजय आहूजा और दीपक ने एबीपी लाइव से बात की. उन्होंने बताया कि वासुदेव देवनानी की अब तक की जिंदगी का सबसे समय उदयपुर में बीता है. वह उदयपुर के विद्या भवन पोल्टेकनिक कॉलेज में वर्ष 1973 में शिक्षक बने. यहीं रहते हुए उन्होंने शादी भी की. वह उदयपुर शहर के शक्ति नगर एरिया में किराए के कमरे में रहा करते थे और कॉलेज के क्वार्टर में भी रहे.


इस तरह संघ के करीब आए देवनानी
देवनानी के करीबियों ने बताया कि जब वे उदयपुर में थे तब से ही  संघ से जुड़ गए थे. आगे फिर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े और एबीवीपी की उदयपुर इकाई अध्यक्ष बने. उदयपुर प्रवास में ही एबीवीपी के प्रदेश स्तर के पदाधिकारी भी बने. जब वर्ष 2003 में अजमेर की सिंधी समाज बहुल सीट खाली हुई तो देवनानी का नाम सामने आया. देवनानी के साथियों ने बताया कि उन्हें हम उदयपुर में गाड़ी में बिठाकर अजमेर छोड़ने के लिए गए थे. फिर वह विधायक निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंचे. 


उदयपुर से अब तक धार्मिक जुड़ाव
 हरीश राजानी ने बताया कि अजमेर जाने के बाद भी उदयपुर से देवनानी का अब तक काफी जुड़ाव रहा है. वह जब भी उदयपुर आते हैं तो वह उनके पुराने कॉलेज स्टाफ के साथियों के घर जाते हैं. यहीं नहीं उनका धार्मिक जुड़ाव भी गहरा है. वर्ष में आने वाली दोनों नवरात्रि के समय में वह उदयपुर आते हैं. बांसवाड़ा स्थिति त्रिपुरा सुंदरी मंदिर और उदयपुर में स्थित 8 माताजी के मंदिर दर्शन करते हैं. 


ये भी पढ़ें- Rajasthan News: राजस्थान में पेपर लीक मामले में SIT का गठन, सीएम भजन लाल शर्मा से छात्रों ने की ये अपील