Rajasthan News: अलवर के सरिस्का वन अभ्यारण्य की पहचान देश दुनिया में है. यहां बाघों को देखने के लिए हर साल हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं. लेकिन यहां से बाघों पर खतरा फिर मंडरा रहा है. वन्य जीव प्रेमियों ने पिछले 90 दिनों से गायब एसटी 13 की भी हत्या का अंदेशा जताते हुए वन प्रशासन पर गम्भीर आरोप लगाए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गायब टाइगर एसटी 13 व पिछले दिनों जंगल मे लगी आग की जांच की मांग की है.90 दिन से गायब है ST13 टाइगरसरिस्का से करीब 90 दिन पूर्व बाघ एसटी 13 गायब हुआ लेकिन वन विभाग उसका आजतक कोई सुराग नही लगा पाया. जिससे वन्य जीव प्रेमियों में आक्रोश बना हुआ है. वन्यजीव प्रेमियों में वन्यजीव प्रतिपालक नरेंद्र सिंह, स्थानीय सलाहकार समिति सदस्य डूंगर सिंह, अनिल जैन, एडवोकेट संजीव कारगवाल, पशु क्रूरता निवारण समिति के उपाध्यक्ष विवेक जायसवाल, तरुण सिंघल, रवीं अग्रवाल, लोकेश खंडेलवाल व एडवोकेट इतिहासविद हरिशंकर गोयल ने एक प्रेसवार्ता कर मुख्यमंत्री से जांच की मांग करते हुए मौजूदा वन प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए.
इनका कहना था बाघ एसटी 13 को गायब हुए 90 दिन से ज्यादा बीत चुके लेकिन अधिकारी बेपरवाह बने हुए है, इस संदर्भ भी न तो कोई जांच कमेटी बनाई गई न ही कोई सुराग लग पाया. जबकि अंदेशा है बाघ एसटी 13 की सीराबास के जंगलों में करंट लगाकर हत्या कर दी गयी है. क्योंकि आखिरी बार एसटी 13 की लोकेशन इसी क्षेत्र में मिली उसके बाद बाघ का कोई पता नही चला. यहां खेतो में तारबन्दी कर उसमे हाईटेंशन लाइन का करंट छोड़ देते है जिससे वन्य जीवों की मौत हो जाती है.
फील्ड डायरेक्टर सीएमओ तक प्रभाव रखते है. इतनी बड़ी लापरवाहियों में सीएमओ ऑफिस से कोंन उन्हें बचा रहा है उसकी भी जांच हो. क्योंकि एक बार पहले सरिस्का में बाघों के खत्म होने से बड़ा नुकसान हो चुका है अगर यही हालात रहे तो फिर एक बार सरिस्का से बाघ गायब हो जाएंगे. मुख्यमंत्री से मांग की गई इस मामले की जांच की जावे ओर फील्ड डायरेक्टर व डीएफओ दोनों अधिकारियों कही और भेजा जाए ताकि जांच प्रभावित न हो.
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