राजस्थान में साल 2021 की सब इंस्पेक्टर (SI) भर्ती परीक्षा में हुए बड़े फर्जीवाड़े की परतें एक बार फिर खुली हैं. इस मामले की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने 4 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें 3 ट्रेनी सब इंस्पेक्टर और एक डमी कैंडिडेट शामिल है. नई गिरफ्तारियों के बाद इस घोटाले में अब तक पकड़े गए आरोपियों की संख्या बढ़कर 137 हो गई है, जिनमें 69 सब इंस्पेक्टर और ट्रेनी सब इंस्पेक्टर शामिल हैं.

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डमी कैंडिडेट बैठाकर दी थी परीक्षा

SIT की जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार किए गए तीनों ट्रेनी सब इंस्पेक्टर ने खुद परीक्षा नहीं दी थी. इन्होंने अपनी जगह डमी कैंडिडेट बिठाकर परीक्षा दिलवाई थी. फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) की जांच में इनके सिग्नेचर और हैंडराइटिंग अलग-अलग पाए गए, जिसके बाद SIT ने इन्हें गिरफ्तार किया.

गिरफ्तार ट्रेनी सब इंस्पेक्टर अशोक कुमार की मेरिट रैंक 154, कुणाल चौधरी की 234 और चेनाराम की 251 रही थी. अच्छी रैंक होने के बावजूद इन पर फर्जी तरीके से परीक्षा पास करने का आरोप है. इसके साथ ही कुणाल चौधरी की जगह परीक्षा देने वाले डमी कैंडिडेट अशोक कुमार, जो वर्तमान में VDO के पद पर कार्यरत है, को भी SIT ने गिरफ्तार किया है.

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कोर्ट में पेश, कस्टडी रिमांड मंजूर

गिरफ्तारी के बाद SIT ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उनकी कस्टडी रिमांड मंजूर कर ली गई है. अब जांच एजेंसी इन सभी को अपनी कस्टडी में रखकर पूछताछ करेगी.

SIT यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस फर्जीवाड़े के पीछे कौन-कौन लोग शामिल थे, पेपर लीक और डमी कैंडिडेट गिरोह कितना बड़ा है और इसमें और कितने सरकारी कर्मचारी या अधिकारी जुड़े हो सकते हैं.

गौरतलब है कि सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा को रद्द किए जाने से जुड़ा मामला राजस्थान हाईकोर्ट में पहले से ही लंबित है. इस पर अगली सुनवाई 5 जनवरी को होनी है. लगातार हो रही गिरफ्तारियों के बाद यह मामला और गंभीर होता जा रहा है.