Jaipur: कोटपूतली के विधायक और राज्यमंत्री राजेंद्र यादव (Rajendra Yadav) ने 14 नवंबर 2022 को बयान दिया था कि अगर कोटपूतली को जिला (Kotputli District) नहीं बनाया गया तो 31 दिसर को इस्तीफा दे दूंगा. कोटपूतली को जिला बनाने के लिए आक्रामक रवैया अपनाने वाले राजेंद्र यादव के तेवर अब कुछ बदल गए हैं. अब हर कोई जानना चाह रहा है कि कोटपुतली को कब जिला बनाया जायेगा? इसपर क्या अपडेट है? 


जिला बनाने के संबंध में आज राजेंद्र यादव ने बताया कि अब रिटायर्ड IAS परमेश चंद की कमेटी बताएगी कब बनेगा जिला. उन्होंने बताया कि वो कुछ डाटा जुटा रहे हैं. उसके बाद रिपोर्ट देंगे. राज्यमंत्री राजेंद्र यादव से जब पूछा गया कि जिला बनाने की प्रक्रिया एलान विधान सभा सत्र से पहले या बाद में होगा, इस पर उन्होंने मीटिंग में होने की बात काट दी. 


पिछले दिनों मुख्यमंत्री से हुई थी मुलाकात
जानकारी के अनुसार एक जनवरी की देर रात करीब एक घंटे तक CMR में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से राजेंद्र यादव की मुलाकात हुई थी. सूत्रों ने बताया कि राजेंद्र यादव ने यहां भी कोटपूतली को जिला बनाने की मांग को दोहराई थी, तब सीएम गहलोत ने मंत्री यादव को आश्वासन भी दिया है. लेकिन आज मंत्री ने जिला बनाने की मांग को कमेटी पर छोड़ दिया है. विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही प्रदेश में नए जिले की मांग करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है.


कौन हैं राजेंद्र सिंह यादव?
राजेंद्र सिंह यादव कांग्रेस के टिकट पर जयपुर जिले की कोटपूतली सीट से लगातार दो बार विधायक चुने गए हैं. वह वर्तमान में प्रदेश सरकार में गृह राज्य मंत्री, उच्च शिक्षा विभाग, स्टेट मोटर गैराज के मंत्री हैं. आमतौर पर शांत और सीएमे गहलोत के सबसे ख़ास और करीबी मंत्रियों में से एक माने जाते हैं. कोटपूतली से बहुत वर्षों के बाद किसी नेता को मंत्री बनने का अवसर मिला था. राजेंद्र यादव ने जब जिला न बनाये जाने पर इस्तीफा देने की बात कहीं, तो प्रदेश की राजनीति में कई मायने निकाले जा रहे थे.


अब बजट से है उम्मीद
अभी यही कहा जा रहा है कि 2023-24 के बजट में रामलुभाया कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री नए जिलों की घोषणा कर सकते हैं. रामलुभाया कमेटी की रिपोर्ट के बाद से गहलोत सरकार द्वारा पांच से छह नए जिले के घोषणा की चर्चा चल रही है. जिसमें कोटपूतली, बालोतरा, फलोदी, डीडवाना, ब्यावर, भिवाड़ी के नाम सबसे आगे हैं. कोटपूतली के विधायक राजेंद्र यादव अपने जिले के नाम के लिए चर्चा में बने हैं.


14 साल बाद नए जिले को लेकर जगी आस
वर्ष 2008 में 26 जनवरी को प्रतापगढ़ को नया जिला बनाया था. इसके बाद से बस हर दिन चर्चा होती है. कोई नया जिला घोषित नहीं हुआ. सूत्रों की माने तो इन्हें जिला बनाकर अशोक गहलोत सरकार एक बड़ा संदेश देना चाहती है. बीजेपी सरकार ने नए जिलों के लिए 2014 में रिटायर्ड IAS परमेश चंद की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई थी, जिसकी 2018 में रिपोर्ट आई लेकिन नए जिलों पर कोई ऐलान नहीं हुआ. वहीं इधर नए जिले बनाने के लिए कांग्रेस और समर्थक विधायक लगातार सरकार पर दबाव बना रहे हैं. इसके बाद से माना जा रहा है कि कुछ नया हो सकता है. 


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