Rajasthan Stamp Collector Pushpa Khmesra: लोगों को अलग-अलग चीजों का शौक होता है. कोई पेंटिंग बनाकर अपने देश का नाम रोशन करता है तो कोई सूक्ष्म वस्तुएं बनाकर. आज हम बात करने जा रहे हैं हर देश की विरासत डाक टिकट पर. उदयपुर (Udaipur) की रहने वाली पुष्पा खमेसरा (Pushpa Khmesra) ने विश्व के लगभग सभी देशों की डाक टिकट का संग्रह किया है. इसमें दुनिया की पहली डाक टिकट पैनी ब्लैक भी है तो भारत देश की पहली सिंध डाक टिकट भी है. पुष्पा खमेसरा ने उदयपुर वन विभाग की तरफ से 2 दिन पहले शुरू हुए बर्ड फेस्टिवल में लगी प्रदर्शनी में अपने संग्रह को प्रदर्शित किया है. ये बर्ड फेस्टिवल है लिहाजा इसमें 354 देशों के पक्षियों पर बनी 5000 डाक टिकट को लगाया है. यहां आने वाले सभी लोगों को ये डाक टिकट खूब पसंद आ रहे हैं.  

40 साल की है मेहनत पुष्पा खमेसरा ने एबीपी से बात करते हुए बताया कि वो इस संग्रह को पिछले 40 सालों से करती आ रही हैं. अब तक 5 लाख डाक टिकट का संग्रह किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि इसके पीछे मकसद है कि लोगों को विश्व के सभी देशों की विरासत के बारे में जानकारी दी जा सके. डाक टिकट में विरासत समाई हुई है. यह सभी डाक टिकट तकरीबन 150 साल पहले से लेकर अब तक के हैं.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में किया है आवेदन पुष्पा खमेसरा ने आगे बताया कि 5वीं कक्षा में थी तब से वस्तुओं को संभालकर रखने का शोक या यूं कहें कि आदत थी. फिर धीरे-धीरे डाक टिकट की तरफ ध्यान केंद्रित हुआ और इनको संभालना शुरू किया. काफी सर्च किया और डाक विभाग से भी लगातार संपर्क किया. धीरे-धीरे कलेक्शन बनता गया. अभी भी किसी भी देश की डाक टिकट छूटी होती है तो उसे अपने पास लाने का प्रयास करती हूं. उन्होंने ये भी बताया कि स्कूलों में भी जाकर डाक टिकट को दिखाकर बच्चों को जानकारी देती हूं. साथ ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी आवेदन किया हुआ है.

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