Alwar: राजस्थान के अलवर जिले से मंगलवार को एक 15 वर्षीय किशोरी लापता हो गयी थी. जिसे पुलिस ने उसके घर से करीब 25 किलोमीटर दूर घायल अवस्था में बरामद किया. पीड़िता लड़की के इलाज के लिए पुलिस ने उसे जयपुर के अस्पताल में भर्ती किया. पीड़िता के निजी अंगों में गंभीर चोट के कारण, उसकी सर्जरी की गई. चोट इतनी गंभीर थी कि सर्जरी में ढाई घंटे का समय लगा.


पुलिस ने जताई दुष्कर्म की आशंका
पुलिस ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह दुष्कर्म का मामला प्रतीत होता है. हालांकि, अब तक इस बारे में पुष्टि नहीं हो पाई है. मामले की जांच के लिए पुलिस की कई टीमें गठित की गई हैं. लेकिन पीड़िता के साथ हुई घटना के बारे में पुलिस को अब तक कोई खास जानकारी नहीं जुटा पाई है. पीड़िता मंगलवार रात नौ बजे अलवर के तिजारा फाटक के पास सड़क पर घायल अवस्था में मिली थी.


इस बीच, जयपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक संजय क्षोत्रिय ने बुधवार को घटना के संबंध में अलवर का दौरा किया और स्थानीय पुलिस को आवश्यक निर्देश दिये. अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर से इस मामले में एक रिपोर्ट मांगी है और विस्तृत जांच के निर्देश दिये हैं.


अस्पताल प्रशासन ने पीड़ित लड़की के बारे में बताई यह बात
पीड़िता को मंगलवार रात को अलवर के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां से चिकित्सकों ने बीती रात उसे जयपुर के जे.के. लोन अस्पताल में भेज दिया. बुधवार को पीड़िता के चोटों की जे के लोन अस्पताल में सर्जरी की गई. अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरविंद शुक्ला ने बताया कि पीड़िता की चोट गहरी थी और जिसके कारण सर्जरी में करीब ढाई घंटे का समय लगा.


शुक्ला ने बताया कि पीड़िता का उपचार जारी है. उन्होंने कहा कि वह मानसिक रूप से अक्षम (Disabled) है और ठीक से बोल नहीं पा रही है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ. शुक्ला ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट से पता चल पाएगा कि चोट यौन उत्पीड़न के कारण हुई या किसी और चीज के हमले के कारण चोट पहुंची है.


राज्य सरकार के इन मंत्रियों ने किया अस्पताल का दौरा
इस बीच, स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा, उद्योग मंत्री शकुंतला रावत, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री ममता भूपेश ने अस्पताल का दौरा कर पीड़िता से मुलाकात की. उन्होंने चिकित्सकों से लड़की के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी भी ली. इस दौरान उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि पीड़िता को राज्य सरकार की ओर से आर्थिक मदद दी जाएगी.


वहीं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने बताया कि अस्पताल प्रशासन बालिका की पूरी देखरेख कर रहा है,फिलहाल वह खतरे से बाहर है. उन्होंने पीड़िता का निःशुल्क उपचार करने और परिजनों के रहने व खाने-पीने की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए.


वहीं, अलवर पुलिस को पीड़िता के साथ मंगलवार रात घटी घटना के बारे में जानकारी जुटाने में सफलता नहीं मिल सकी है. इस संबंध में अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि मामले की जांच के लिये पुलिस की अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं.


पुलिस का घटना के संबंध में यह है कहना 
पुलिस अधीक्षक गौतम ने बुधवार को बताया कि क्षेत्र में लगे करीब 150 सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है और 3-4 संदिग्धों से पूछताछ की गई है. उन्होंने आगे बताया कि पीड़िता मानसिक रूप से अक्षम है और ठीक से बोल नहीं पा रही है. उन्होंने कहा कि एक मनोवैज्ञानिक और ऐसे बच्चों का इजाल करने वाले पेशेवरों से संपर्क किया गया है ताकि पीड़िता से बातचीत की जा सके.


वहीं इस घटना के संबंध में एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि, किशोरी अलवर के मालाखेड़ा थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है और मंगलवार शाम को करीब चार बजे उसके परिजनों को पता चला कि वह घर से लापता है. पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि, लड़की के गायब होने के बाद उसके परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की. परिजनों को पीड़िता की तलाश में नाकामी के बाद, उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी. इस बीच किशोरी को उसके घर से करीब 25 किलोमीटर दूर तिजारा फाटक के पास से बरामद किया गया.


पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और विपक्ष ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार को घेरा
इस घटना के राजनीतिक पार्टियों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया. जिसके बाद बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने इस दौरान कहा कि, अलवर में नाबालिग के साथ हुई घटना ने ना सिर्फ राजस्थान को शर्मसार किया है बल्कि कांग्रेस सरकार की लचर कानून-व्यवस्था की पोल खोल दी है.


राजे ने ट्वीट कर कहा, ‘‘नारी स्वाभिमान के पर्याय राजस्थान में बेटियों पर हो रहे अत्याचार को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में देश में अव्वल बन चुके राजस्थान को शोषण मुक्त बनाने के लिए कांग्रेस सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए.’’ 


वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि, अलवर में नाबालिग के साथ हुई घटना वीभत्स है और मानवता को शर्मसार करने वाली है. उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार नीति और नीयत से गूंगी-बहरी है. जिसको पीड़िता की चीखें सुनाई नहीं दे रही हैं.


पूनिया ने इस घटना की जांच के लिये चार सदस्यीय समिति का गठन किया है. जांच समिति में पार्टी की राष्ट्रीय मंत्री अल्का गुर्जर, दौसा सांसद जसकौर मीणा, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अल्का मूंदड़ा और विधायक रामलाल शर्मा को शामिल किया गया है. पूनिया ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि, क्या आप चैन से अपना जन्मदिन मना लेंगी?


पूनिया ने ट्वीट कर कहा, ‘‘प्रियंका जी, ज़रा राजनैतिक पर्यटन से बाहर भी निकलो. यूपी में नौटंकी और राजस्थान में पर्यटन. इसी रणथंभौर तक अलवर सहित वहशी दरिंदों के द्वारा नोची गयी राजस्थान की पीड़िता, बहन-बेटियों की चीखें नहीं सुनेंगी? क्या आप चैन से अपना जन्मदिन मना लेंगी?"


हम आपको बता दें कि प्रियंका गांधी बुधवार को राजस्थान के रणथंभौर में परिवार के साथ अपना जन्मदिन मनाने आयी है. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी ट्वीट कर मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.


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