Rajasthan News: अब राजस्थान के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को खेलकूद-पढ़ाई के साथ-साथ साइबर सुरक्षा, पोक्सो एक्ट, करियर गाइडेंस से संबंधित जानकारी भी दी जाएगी. स्कूल में कैसा व्यवहार करना चाहिए इस बारे में भी समझाया जाएगा. राजस्थान में पहले चरण में कई स्कूलों को शामिल किया गया है. जहां पर यह एक्टिविटी या करवाई जाएगी. सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों के लिए यह पहला अवसर होगा जब उन्हें खेलकूद पढ़ाई के साथ-साथ साइबर सुरक्षा, पॉक्सो एक्ट और करियर गाइडेंस की जानकारी दी जाएगी.

मास्टर ट्रेनर किए जा रहे तैयारयह कार्य जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्था द्वारा करवाया जाएगा. डाइट द्वारा प्रतिदिन मास्टर ट्रेनर तैयार किए जा रहे हैं, जो अब स्कूल में जाकर कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को प्रशिक्षण देंगे. प्रशिक्षण के मुख्य बिंदु साइबर सुरक्षा, पॉक्सो एक्ट एवं कैरियर गाइडेंस होंगे.  अधिकारियों का कहना है कि छात्रों को भविष्य में रोजगार के लिए चयनित विषय के बारे में भी जानकारी दी जाएगी. ताकि देश का युवा नहीं भटके नहीं. अपने लक्ष्य की प्राप्ति कर देश की तरक्की में योगदान. 

ये है सरकार का मकसदइस नए नवाचार के पीछे शिक्षा विभाग का उद्देश्य है कि छात्रों में स्वानुशासन व आत्मविश्वास की भावना पैदा करना, अनैतिक सोच व कार्य से दूर रहने की समझ पैदा करना, अपने करियर के प्रति जागरूक करना, किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक व मानसिक परिवर्तन से अवगत कराना व सकारात्मक दृष्टिकोण से विकसित करना, साइबर खतरे, हैकिंग आदि से बचना, साइबर अपराध से होने वाली हानियों की जानकारी देना, नशे की लत दूर करना, इसके दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक करना ही इस अभियान का मकसद है. अधिकारियों का कहना है कि सबसे ज्यादा साइबर ठगी, नशे की लत, रेप सहित विभिन्न प्रकार के अपराधों में इन दिनों नौजवान सामने आ रहे हैं जो कि भविष्य के लिए सही नहीं है.

दिया जा रहा है प्रशिक्षणपहले चरण में प्रदेश के कई स्कूलों में इस अभियान के तहत बच्चों को जागरूक करने का काम किया जाएगा. जिले के सभी प्रशिक्षण संस्था यानी डाइट में मास्टर ट्रेनर को तैयार किया जा रहा है. वह स्कूलों में जाकर बच्चों को जानकारी देंगे. अभियान के तहत प्रत्येक माह में 4 स्कूलों में प्रशिक्षण दिया जाएगा. संबंधित जिले के आधार पर मास्टर ट्रेनर तैयार किए जा रहे हैं, जो बच्चों को प्रशिक्षण देंगे. बूंदी जिला शिक्षा अधिकारी तेज कवर ने बताया कि वर्तमान समय में युवा कानून वह जानकारी के अभाव में गलत कार्य कर रहे हैं और उनका जीवन बर्बाद हो जाता है. अधिकतर सामने आया है कि अपराधी के रूप में युवा जेलों में पॉक्सो एक्ट में बंद है. अगर विद्यालय से ऐसी जानकारियां व प्रशिक्षण दिया जाएगा तो उनका भविष्य बर्बाद होने से बचा जा सकेगा. वहीं मास्टर ट्रेनर लोकेश कुमार जैन ने बताया कि छात्रों को सुरक्षित व उन्नतशील बनाना अति आवश्यक है ताकि समाज को एक सुसभ्य नागरिक मिल सके. सरकार का यह कदम काफी सार्थक साबित होगा.

इन बिंदुओं पर बनाएंगे स्मार्टआदेश के अनुसार वर्तमान समय में छात्र अपने स्टडी में इंटरनेट का उपयोग करने लगे हैं. जिससे साइबर क्राइम के खतरे भी बने रहते हैं. उनसे बचने के तरीकों के बारे में इंटरनेट के सदुपयोग के बारे में बताया जाएगा. जबकि स्कूल में छात्रों का छात्राओं के प्रति किस प्रकार का व्यवहार हो व समाज में महिलाओं के प्रति आदर सम्मान का भाव विकसित करना. पॉक्सो कानून की जानकारी के साथ-साथ कानून को तोड़ने पर किस प्रकार की सजा का प्रावधान है. उसकी जानकारी दी जाएगी. ट्रेनर द्वारा कक्षा 10 उत्तीर्ण कर लेने के बाद अधिकतर छात्र भविष्य के बारे में गुमराह हो जाते हैं और सही विषय का चयन नहीं कर पाते. भविष्य में रोजगार के क्षेत्र क्या-क्या हो सकते या कौन से कोर्स कब और कहां से कर सकते है. इस बारे में जानकारी दी जाएगी.

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