Rajasthan News: राजस्थान (Rajasthan) के अजमेर (Ajmer) शहर में एक धार्मिक स्थल की चारदीवारी तोड़ने पर बड़ा बवाल हो गया है. यहां प्रशासन ने क्रिश्चियनगंज इलाके में बने एक मॉल के निकट देवनारायण मंदिर (Devnarayan Temple) की दीवार देर रात तोड़ दी. धर्मस्थल की दीवार तोड़ने के बाद गुर्जर समाज (Gurjar Community) आक्रोशित होकर सड़कों पर उतर आया. समाज के लोग बड़ी संख्या में आक्रोश प्रदर्शन करने लगे. गुस्साए लोगों ने प्रदर्शन (Protest) के दौरान सड़क पर जाम लगा दिया और एक गाड़ी का शीशा तोड़ दिया. प्रदर्शन उग्र होने पर पुलिस ने ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया. देर रात शुरू हुआ प्रदर्शन का दौर दोपहर तक जारी रहा.
प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों से कई बार बात कर समझाइश का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे. इस बीच पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हो गई. कई घंटों की मशक्कत के बाद जिला कलेक्टर अंशदीप (IAS Anshdeep) ने आश्वासन देकर मामला शांत करवाया. फिलहाल, प्रदर्शनकारी घटनास्थल पर धरना दे रहे हैं.
प्रशासन ने इस वजह से तोड़ी दीवारप्रशासन को धार्मिक स्थल के चारों ओर दीवार ऊंची बनने से यातायात में तकनीकी रूप से साईट विजन या दृश्य बाधित होने की शिकायत मिली थी. सोमवार रात 8 बजे टीम ने रणनीति बनाई और रात के अंधेरे में साढ़े 10 बजे दीवार ध्वस्त कर दी. इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा. अधिकारियों का कहना है कि वाहन चालकों को दीवार के कारण विजन में परेशानी हो रही थी. आवागमन सुचारू रहे और कोई हादसा न हो इसलिए इस चारदीवारी को हटाया गया. दीवार तोड़ने से पहले प्रशासन ने मंदिर समिति को नोटिस देकर वार्ता के लिए भी बुलाया था.
एसएचओ का घेराव कर की नारेबाजीप्रदर्शनकारियों ने सिविल लाइन एसएचओ दलवीर सिंह व एक अन्य पुलिस अधिकारी के वाहन का घेराव कर लिया. गुस्साए लोग प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. यूचना मिलने पर एडिशनल एसपी विकास सांगवान, एसडीएम महावीर शर्मा व अन्य अधिकारी भी समझाइश के लिए मौके पर पहुंचे. वहीं अजमेर में मंदिर की दीवार तोड़े जाने पर बीजेपी (BJP) प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां (Satish Poonia) ने नाराजगी जताई. उन्होंने सरकार से सवाल किया कि आखिर कितनी बार जन आस्था पर हमला होगा? कितनी बार हिंदूओं के मंदिरों को तोड़ा जाएगा? पूनिया ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि ये युग न बाबर का है न औरंगजेब का है, यदि तुरंत भगवान देवनारायण के मंदिर को पहुंची क्षति का समाधान न हुआ तो सरकार को बहुत भारी पड़ेगा.
लंबे संघर्ष के बाद इन मांगों पर बनी सहमतिसोमवार रात से शुरू हुए प्रदर्शन के बाद मंगलवार को कलेक्टर अंशदीप और गुर्जर समाज के प्रतिनिधि मंडल के बीच बात हुई. गुर्जर समाज ने प्रशासन के सामने तीन मांगें रखी. पहली मांग थी कि मंदिर की तोड़ी गई दीवार को वापस बनवाया जाए. दूसरी मांग थी कि जिस अधिकारी के नेतृत्व में यह कार्रवाई हुई है उसकी कमेटी बनाकर जांच करवाई जाए. तीसरी मांग थी कि देर रात समाज की बेटी के साथ अभद्रता करने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाए. प्रशासन ने समाज की तीनों मांग स्वीकार की. हालांकि, सहमति के बाद भी समाज का धरना जारी है. उनका कहना है कि जब तक जिला प्रशासन मंदिर की तोड़ी गई दीवार का कार्य शुरू नहीं करेगा, तब तक धरना जारी रहेगा.