Rajasthan Mock Drill Latest News: केंद्रीय गृह मंत्रालय और राज्य सरकार के निर्देशों के तहत 7 मई को राजस्थान के सभी 41 जिलों में आपातकालीन तैयारियों की जांच के लिए मॉक ड्रिल आयोजित की गई. इस अभ्यास में हवाई हमले की पूर्व सूचना देने के लिए चेतावनी प्रणाली को सक्रिय करना, आग लगने या इमारतों के क्षतिग्रस्त व पीड़ितों के बचाव की कार्यवाही के निर्देशों की प्रभावी पालना करने का ‘अभ्यास’ सफलतापूर्वक किया गया.
मुख्य सचिव सुधांश पंत ने बताया कि कई स्थानों पर दिन में करीब 4 बजे नागरिक सुरक्षा के लिए चेतावनी प्रणाली को दुरस्त करने का पूर्वाभ्यास किया गया. सभी स्थानों और जिलों पर मॉक ड्रिल में स्थानीय प्रशासन के साथ नागरिक सुरक्षा, पुलिस, होमगार्ड, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, नगर परिषद, पेयजल और विद्युत विभागों, स्थानीय शिक्षण संस्थाओं से जुड़े एनसीसी कैडेट और स्काउट गाइड स्वयंसेवकों के साथ ही रेलवे, बीएसएनएल सहित अन्य संगठनों ने भागीदारी की. साथ ही अधिकारियों-कार्मिकों के साथ ही आम लोग भी सक्रियता से जुड़े और अपनी अपेक्षित भूमिका निभाई.
रक्षा पूर्वाभ्यास के दौरान अलग-जिलों में अलग-अलग आकस्मिक परिस्थितियों में सुरक्षा तंत्र को सक्रिय करने, सुरक्षा बेड़े द्वारा नागरिक सुरक्षा प्रोटोकाल का प्रदर्शन किया गया. साथ ही, अग्निशमन कार्यबलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य के साथ-साथ घायलों को एम्बुलेंस के जरिए अस्पतालों तक पहुंचाने और उनका इलाज शुरू करने तथा मलबे में फंसे लोगों के निकासी योजना, प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने का भी बखूबी अभ्यास किया गया.
नागरिकों की सक्रिय भागीदारी की सराहना - मुख्य सचिव
मुख्य सचिव ने राजस्थान में आयोजित मॉक ड्रिल के दौरान नागरिकों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की. उन्होंने बताया कि दिन में हुए नागरिक सुरक्षा पूर्वाभ्यास के बाद, रात के समय भी हवाई हमले की स्थिति में राज्यभर में निर्धारित समय पर ब्लैकआउट का अभ्यास किया गया. इसमें सार्वजनिक और निजी संस्थानों, घरों, सड़क लाइटों तथा परिवहन साधनों की रोशनी बंद रखने का अभ्यास शामिल था.
प्रदेशवासियों को मॉक ड्रिल के दौरान अपेक्षित भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद दिया और भविष्य में भी आपातकालीन सायरन की आवाज सुनते ही सभी को संयमित रहते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा के अभ्यास में सक्रिय भागीदारी की अपील की.